प्राधिकरण की कचरा नीति से त्रस्त शहरवासियों ने किया विरोध
प्राधिकरण की कचरा नीतियों से त्रस्त शहरवासी अब शहर में बीचो-बीच कचरा नहीं फेंकने देंगे

नोएडा। प्राधिकरण की कचरा नीतियों से त्रस्त शहरवासी अब शहर में बीचो-बीच कचरा नहीं फेंकने देंगे। इसको लेकरसेक्टर-54 पेट्रोल पंप के पास कंचनजंगा के सामने सेक्टरवासियों, ग्रामीणों के अलावा राजनैतिक दल एक मंच पर दिखे।
इन सभी लोगों ने कूड़ा निस्तारण समिति के बैनर तले जमकर विरोध प्रदर्शन किया। वह सड़क पर बैठ गए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि सेक्टर-54 की यह जमीन पार्क के लिए है। यहां किसी भी हाल में कचरा नहीं फेंकने दिया जाएगा। यदि ऐसा होता है प्राधिकरण आमने-सामने की लड़ाई के लिए तैयार रहे।
बताते चले कि सेक्टर-54 स्थित डंपिंग ग्राउंड में कचरा फेंका जा रहा है। हालांकि यहां प्राधिकरण की फाइलों में एक पार्क का निर्माण होना था। इसके अलावा एनजीटी में डाली गई याचिका पर भी प्राधिकरण को 29 मई तक जवाब दाखिल करना है। ऐसे में सेक्टरवासियों का विरोध कचरे को लेकर बढ़ता जा रहा है। इसके चलते रविवार को सुबह नौ से एक बजे तक कंचनजंगा बाजार के सामने लोगों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
प्राधिकरण, शासन व प्रदेश सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की गई। सेक्टरवासियों ने कहा कि शहर से प्रतिदिन करीब 650 टन कचरा निकलता है। यह कचरा सेक्टर-54 में फेंका जा रहा है। ट्रकों द्वारा कचरा फेंकने से पूरे सेक्टर में बदबू का आलम है। यहां भविष्य में भी गंदगी से संक्रमण जैसी स्थिति उत्पन्न हो रही है। ऐसे में हम यहां पार्क की जमीन को डंपिंग ग्राउंड नहीं बनने देंगे। वहीं, नोफोमा के अध्यक्ष भी सेक्टरवासियों के साथ धरने पर बैठे है।
उनका कहना है कि वेस्ट टू एनर्जी प्लांट बनने के बाद नोएडा व ग्रेटरनोएडा का कचरा यहां निस्तारित किया जाएगा। ऐसे में ट्रको के द्वारा जनपद का कचरा यहां लाया जाएगा। इससे ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा जाएगी। साथ ही सेक्टर-123 के आसपास रहने वाले करीब 50 हजार लोगों का यहां रहना तक दूभर हो जाएगी। ऐसे में प्राधिकरण को हम ऐसा कार्य हरकिज नहीं करने देंगे।


