आरक्षण बिल देश की 95 फीसदी जनता की आवाज है: प्रभात झा
सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को 10 फिसदी आरक्षण से जुड़ा संविधान संशोधन विधेयक सरकार ने राज्यसभा में पेश कर दिया

नई दिल्ली । केन्द्रीय सामाजिक अधिकारिता एवं कल्याण मंत्री थावरचंद गेहलोत ने आज राज्यसभा में सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से पिछडे लोगों के लिए आरक्षण से संबंधित 124 वां संविधान संशोधन विधेयक शोर शराबे के बीच पेश कर दिया लेकिन विपक्ष के विरोध और हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित कर दी गयी।
द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) की कनिमोझी ने विधेयक को प्रवर समिति के पास भेजने की मांग करते हुए प्रस्ताव रखा लेकिन उस पर चर्चा कराने के बजाय उप सभापति हरिवंश ने संविधान संशोधन विधेयक पर चर्चा शुरू करा दी। इससे कांग्रेस , राष्ट्रीय जनता दल और वामदलों के सदस्य उत्तेजित हो गये और कई सदस्यों ने व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुए जबरदस्त हंगामा शुरू कर दिया । ये सदस्य नारेबाजी करते हुए अासन के निकट पहुंच गये।
प्रभात झा ने कहा हर पार्टी के घोषणापत्र में सामन्य वर्ग के गरीबों को आरक्षण देने की बात कही गई है। मोदी जी ने सभी दलों के घोषणापत्र को पूरा करने का काम किया है। बीते 70 सालों में सामान्य वर्ग के गरीबों की भावनाओं की कद्र मोदी जी ने की है। सभी लोगों को उनका साथ देना चाहिए। अगर आप साथ देते हैं तो यह मोदी जी का साथ नहीं बल्कि देश के युवाओं का साथ देना होगा
बीजेपी सांसद प्रभात झा द्वारा राहुल गांधी का जिक्र होते ही कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा, सदन का नियम है कि जो व्यक्ति सदन का सदस्य न हो उसका जिक्र न किया जाए। मैं चाहता हूं कि राज्यसभा की कार्यवाही से राहुल गांधी के जिक्र को हटाया जाए।


