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धरनारत खिलाड़ियों के समर्थन में दिल्ली के गांवों से प्रतिनिधि पहुंचेंगे जंतर-मंतर

जंतर-मंतर पर धरना दे रहे खिलाड़ियों के समर्थन में दिल्ली के 360 गांवों के किसान भी आ गए हैं

धरनारत खिलाड़ियों के समर्थन में दिल्ली के गांवों से प्रतिनिधि पहुंचेंगे जंतर-मंतर
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नई दिल्ली। जंतर-मंतर पर धरना दे रहे खिलाड़ियों के समर्थन में दिल्ली के 360 गांवों के किसान भी आ गए हैं। मंगलवार को आप के दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने बताया कि खिलाड़ियों के समर्थन में बुधवार को दिल्ली के 360 गांवों के प्रतिनिधि जंतर-मंतर पर पहुंचेंगे। इस दौरान इलाके के जन प्रतिनिधि भी मौजूद रहेंगे और आंदोलन की आगे की रणनीति तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों की आवाज को गांव-गांव तक पहुंचाया जाएगा।

गौरतलब है कि दिल्ली में जंतर-मंतर पर पिछले 9 दिनों से खिलाड़ी धरना दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय खेल मंत्री अभी तक इन खिलाड़ियों की बात सुनने को तैयार नहीं है। पूरी भारतीय जनता पार्टी इनके खिलाफ दुष्प्रचार करने में लगी हुई है। जिस तरह से किसानो के आंदोलन को हर तरह से बदनाम कर उनके मनोबल को तोड़ने की कोशिश की गई है। आज उसी तरह इन पहलवानों के मनोबल को तोड़ने की कोशिश की जा रही है। पुलिस उन्हें माइक सिस्टम और ऐसे मौसम में टेंट तक लगाने की इजाजत नहीं दे रही है।

गोपाल राय ने कहा कि यह जो भी इन खिलाड़ियों के साथ हो रहा है, वो पूरा देश देख रहा है। सभी लोगों के समर्थन की आवाज सोशल मीडिया के जरिए से जंतर-मंतर तक पहुंच रही है। अगर भाजपा की सरकर को यह लगता है कि ये तो सिर्फ चंद लोग हैं और इनके आंदोलन को दबा दिया जाएगा तो वो गलतफहमी में है।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकर के खिलाफ देश के लोगो में रोष बढ़ रहा है और इनमे ज्यादातर लोग वे हैं जो गांवों से निकलकर खेल की तैयारी कर पूरी जिंदगी लगा कर देश का नाम रौशन करते हैं। गोपाल राय के मुताबिक बुधवार को दिल्ली के 360 गांवों के प्रतिनिधि जंतर-मंतर पर पहुंचकर इन खिलाड़ियों का समर्थन करेंगे। इसमें इन इलाकों के विधायक, पार्षद और प्रतिनिधि शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार बात नहीं सुनती है तो इन प्रतिनिधी के साथ बैठकर आंदोलन को हर गांव तक पहुंचने की रणनीति बनाई जाएगी। इसके बाद इस आंदोलन को लेकर के गांव-गांव तक इन खिलाड़ियों की आवाज को पहुंचाई जाएगी ताकि इन्हें इंसाफ मिल सके। क्योकि अगर किसी भी तरह के मुगालते में केंद्र सरकार है कि खिलड़ियों द्वारा उठाई जा रही मांग को वह ठुकरा देगी तो अब गांव के लोग भी इसके लिए कमर कस रहे हैं। वे भी खिलाड़ियों के साथ जंतर-मंतर पर डेरा डालेंगे।


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