शताब्दी से एलसीडी हटाये तो किराया भी घटाओ: कार्यकर्ता
एक उपभोक्ता अधिकार कार्यकर्ता ने रेलवे से मांग की है कि जब शताब्दी ट्रेनों से एलसीडी हटा दिये गये हैं तो उसके किराये में दस फीसदी की कटौती की जाये तथा सर्ज प्राईसिंग प्रथा को भी खत्म किया जाये

चंडीगढ़। एक उपभोक्ता अधिकार कार्यकर्ता ने रेलवे से मांग की है कि जब शताब्दी ट्रेनों से एलसीडी हटा दिये गये हैं तो उसके किराये में दस फीसदी की कटौती की जाये तथा सर्ज प्राईसिंग प्रथा को भी खत्म किया जाये।
कंज्यूमर प्रोटेक्शन काउंसिल के सदस्य वकील अजय जग्गा ने रेल मंत्री पीयूष गोयल को आज लिखे पत्र में कहा है कि जब शताब्दी ट्रेनों में एलसीडी लगाये गये थे तो सरकार ने ऑनबोर्ड टीवी सेवा का बड़ा प्रचार किया था कि अब यात्री यात्रा के दौरान क्रिकेट मैच या अपने पसंदीदा मनोरंजक कार्यक्रम देख पाएंगे। यह सेवा कालका शताब्दी, लखनऊ शताब्दी, अमृतसर शताब्दी, भोपाल शताब्दी, देहरादून शताब्दी, लुधियाना शताब्दी और अजमेर शताब्दी में मुहैया कराई जानी थी।
हालांकि हाल में यह देखा गया कि परियोजना पिट गई और स्क्रीन हटा दिये गये हैं। उन्होंने लिखा है कि अब जब यह सेवा समाप्त कर दी गई है तो उपभोक्ताओं की संतुष्टि के लिए किराये में कम से कम दस फीसदी कटौती की जानी चाहिए तथा सर्ज प्राइसिंग समाप्त की जानी चाहिए।
जग्गा ने आरोप लगाया है कि सर्ज प्राइसिंग सही ढंग से लागू नहीं की जा रही और सीटें खाली होने के बावजूद टिकट के दाम बढ़ जाते हैं। उन्होंने कहा कि दो सप्ताह पहले विमान में बुकिंग कराई जाए तो विमान का किराया उतना ही पड़ता है जो एक्जीक्युटिव शताब्दी का भाड़ा है। इससे रेलवे को घाटा हो रहा है।


