कश्मीरी पंडितों का पलायन यहूदियों पर अत्याचार की याद दिलाता है : पीडीपी सांसद
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के सांसद मुजफ्फर हुसैन बेग का कहना है कि घाटी से कश्मीरी पंडितों का पलायन दुनिया को 20वीं सदी में यहूदियों पर हुए अत्याचार की याद दिलाता है

नई दिल्ली। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के सांसद मुजफ्फर हुसैन बेग का कहना है कि घाटी से कश्मीरी पंडितों का पलायन दुनिया को 20वीं सदी में यहूदियों पर हुए अत्याचार की याद दिलाता है। वैश्विक कश्मीरी पंडित प्रवासी (जीकेपीडी) 2019 कॉनक्लेव को संबोधित करते हुए बेग ने सोमवार को कहा, "1990 कश्मीर व शेष भारत के इतिहास में भी काले अध्याय के रूप में दर्ज है। यह हमें 20वीं सदी में यहूदियों पर किए गए अत्याचारों की याद दिलाता है।"
जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि कश्मीरी पंडित घाटी के मूल निवासी थे। वे राज्य में मुस्लिमों के बड़े स्तर पर विद्रोह के मद्देनजर खुद को असुरक्षित मानने लगे थे।
उन्होंने कहा, "एक सभ्यता पर विराम लगना ऐतिहासिक क्षय है, यह मानवता, खास तौर से कश्मीरी मुस्लिमों का नुकसान है।"
घाटी में वहाबी प्रभाव के बढ़ने पर बात करते हुए बेग ने स्वीकार किया कि इस्लाम का अतिवादी रूप समकालीन दुनिया में नागरिक व्यवस्था के लिए खतरा है और उन्होंने इस अतिवाद के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए संयुक्त राष्ट्र सहित सभी प्रमुख देशों से सहयोग मांगा।


