रेखा के सूफी गायन से गूंजित हो उठा मंच
सुर, ताल, छंद और घुंघरू की खनक भरे 33 वां चक्रधर समारोह की आखिरी संगीत संध्या में मुम्बई से सुश्री रेखा भारद्वाज के जादूभरी गायन से पूरा मंच गूंजित हो उठा
रायगढ़। सुर, ताल, छंद और घुंघरू की खनक भरे 33 वां चक्रधर समारोह की आखिरी संगीत संध्या में मुम्बई से सुश्री रेखा भारद्वाज के जादूभरी गायन से पूरा मंच गूंजित हो उठा। इससे पहले मशहूर नृत्यांगना श्रीमती पूर्णाश्री राउत एवं ग्रुप, रायपुर द्वारा ओडिसी नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति से भी दर्शकों में खुशी छा गई।
रायगढ़ में 25 अगस्त से आयोजित दस दिवसीय चक्रधर समारोह के आखिरी संगीत संध्या का शुभारंभ प्रदेश के गृह, जेल एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री तथा जिले के प्रभारी मंत्री रामसेवक पैकरा ने महाराजा चक्रधर सिंह के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर किया। गृह मंत्री श्री पैकरा सहित सहकारिता, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री दयालदास बघेल, संसदीय सचिव श्रीमती सुनीति सत्यानंद राठिया, विधायक रोशन लाल अग्रवाल एवं श्रीमती केराबाई मनहर और कलेक्टर श्रीमती शम्मी आबिदी ने कार्यक्रम प्रस्तुति दे रहे कलाकारों को शाल-श्रीफल भेटकर सम्मानित किया। संगीत संध्या की शुरूआत में श्रीमती पूर्णाश्री राउत के समूह द्वारा ओडिसी नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी गई।
इसमें गज-उद्धार, द्रौपदी चीरहरण और हिरणकश्यप वध के प्रसंगों का अपने नृत्य में बखूबी चित्रण किया। इन्होंने अपना नृत्य मंगलाचरण से शुरू किया। प्रस्तुति के दौरान सुश्री अंकिता राउत ने भी ओडिसी नृत्य में भगवान श्री कृष्ण के बाल सुलभ चरित का सुंदर वर्णन किया। इस क्रम में श्रीमती पूर्णाश्री राउत के साथ लक्की मोहंती ने जयदेव रचित गीत गोविन्द के पद पर आधारित ओडिसी नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति दी गई। इसी तरह सुश्री रेखा भारद्वाज के गायन में जादू भरी आवाज से मंच गूंजित हो उठा।
उनके द्वारा एक से एक गीत, ठूमरी, नगमे तथा सूफियाना कलाम सुनाकर श्रोताओं को झूमने विवश कर दिया गया। इनके द्वारा सुनाए गए- दमादम मस्त कलंदर....Ó, लम्बी जुदाई....Ó और 'ससुराल गेंदा फूल....Ó से श्रोतागण खुशी से फूले नहीं समा रहे थे। दस दिवसीय 33 वां चक्रधर समारोह में इस वर्ष विशेष आमंत्रित कलाकारों में पद्मश्री श्री हरिहरन, सुश्री प्रेरणा श्रीमाली, सुश्री प्राची शाह, दीपक अरोरा, सुश्री पर्णा चक्रवर्ती, उस्ताद अहमद हुसैन-मोहम्मद हुसैन, राकेश चौरसिया, अनीस साबरी, उस्ताद सखावत हुसैन तथा सुश्री रेखा भारद्वाज द्वारा अपने-अपने आकर्षक प्रस्तुति से सभी कला रसिक दर्शकों का मन मोह लिया गया।


