सस्ते सब्जियों में मिठास कम
गर्मियां लगते ही सब्जियां कुछ महंगी हो जाती है, मगर इस बार इस सीजन में भी सब्जियां महंगी नहीं हुई। बाजार हरी-भरी सब्जियों से पूरा हरा-भरा नजर आ रहा है

नवापारा-राजिम। गर्मियां लगते ही सब्जियां कुछ महंगी हो जाती है, मगर इस बार इस सीजन में भी सब्जियां महंगी नहीं हुई। बाजार हरी-भरी सब्जियों से पूरा हरा-भरा नजर आ रहा है। इस गर्मी में सस्ते सब्जियों में मिठास फीकी लग रही है। लौकी, कुम्हड़ा, नवल गोल और सेमी की बात करें, तो यह 10 रुपए किलो मिल रहा है।
चेच भाजी और बोहार भाजी के भाव को यदि छोड़ दें, तो लाल भाजी, प्याज भाजी, मुरौती भाजी, करमत्ता भाजी, चौलाई भाजी, कुसुम भाजी, कांदा भाजी सहित अन्य भाजी भी सस्ते दर में मिल रहा है। करेला 20 रुपए किलो, टमाटर 5 रुपए किलो, मुनगा 30 रु. ककड़ी 10 से 15 रु. खीरा 20 से 30 रु. कटहल, भिन्डी, बरबट्टी 20 रु. गवार फल्ली 40 से 60 रु. टिंडा 40, तोराई 40 रु., कोचई 40 किलों में बिक रहा है। ढेस का भाव 80 रुपए जो ज्यादा जरूर है।
सीजन में गोभी जैसे सब्जियों के भाव 60 से 80 रुपए किलो मिलता है, वह गोभी भी 20 रुपए किलो बिक रहा है। कटहल, करेला, कुन्दरू, भिन्डी, भटा, बरबट्टी भी 20 के भाव में है। गर्मी के सीजन में सौंधी खुश्बू वाली धनिया पत्ती का भाव हमेशा 80 से 100 रुपए किलो रहा है, जो 40 रुपए में मिल रहा है।
हरी मिर्ची 20 रुपए और टमाटर 4 रुपए में। सदाबहार आलू 12 और प्याज का भाव 16 है। ग्वांर फल्ली, परवल का भाव जरूर कुछ ज्यादा है। यह 40 रुपए किलो मिल रहा है। साग बनाने वाला कच्चा केला का दर्जन 25 रुपए, पपीता 20 रुपए, खीरा और ककड़ी 10-10 रुपए किलो चल रहा है। कच्चा आम 30 रुपए, बटरा 30 रुपए और शंकर कांदा 15 रुपए किलो में मिल रहा है।
इन सब्जियों में बारहों माह तालाब से निकलने वाला ढेस की बात कहें, तो इसकी कीमत कभी कम नहीं होती। अभी भी 100 रुपए किलो में यह मिल रहा है। वैसे नवापारा बाजार की खासियत है जब-जब आवक ज्यादा होती है, तो सब्जियों के भाव गिर जाते हैं। जहां आवक कम हुई, तो भाव यूं ही बढ़ जाते हैं।
वैसे सब्जी के भाव में यहां कोई नियंत्रण नहीं है। जिसकी जो मर्जी वही रेट यहां लगाते हैं। आजू-बाजू के पसरा में भी एक ही सब्जी के भावों में 5 से 10 रुपए किलो पीछे अंतर रहता है। यदि पूछ ही लिये, ऐसा क्यों? तो फौरन जवाब मिलता है, मेरा ताजा है, उसका पुराना है। मेरा किलो में सही रहता है, उसका सही नहीं। मेरा हरा-भरा दिख रहा है, उसका कुम्हला गया है। ऐसे कई कारण गिना दिया जाता है। ग्राहक जो हैं जानते हैं कि हमें ऐसा घुमाया जाता है।


