नीट पर चर्चा के लिए तैयार, छात्रों के प्रति हैं जिम्मेदार : धर्मेंद्र प्रधान
विपक्ष संसद में नीट पर चर्चा की मांग कर रहा है। सरकार का कहना है कि वह संसद में नीट पर चर्चा के लिए तैयार है। इसके लिए हंगामे की जरूरत नहीं है। यह चर्चा शालीनता के साथ होनी चाहिए

नई दिल्ली। विपक्ष संसद में नीट पर चर्चा की मांग कर रहा है। सरकार का कहना है कि वह संसद में नीट पर चर्चा के लिए तैयार है। इसके लिए हंगामे की जरूरत नहीं है। यह चर्चा शालीनता के साथ होनी चाहिए।
लोकसभा स्थगित होने के उपरांत केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि छात्रों को भ्रमित ना करें, इसके लिए उन्होंने विपक्ष से अपील भी की।
उन्होंने कहा कि सरकार संसद में हर तरह की चर्चा के लिए तैयार है। राष्ट्रपति ने भी अपने अभिभाषण में नीट को लेकर स्थिति स्पष्ट की है। सरकार की जिम्मेदारी देश के युवाओं और छात्रों के प्रति है। इस मुद्दे पर सरकार अपना पक्ष रखने के लिए तैयार है। दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सीबीआई आरोपियों को पकड़ रही है। किसी को नहीं छोड़ा जाएगा। एनटीए से लोगों को हटाया गया है, वरिष्ठ अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है।
वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्यसभा में सदन के नेता जेपी नड्डा ने कहा कि बिजनेस एडवाइजरी कमेटी में निर्णय हुआ था कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के लिए 21 घंटे दिए जाएंगे, जो एक रिकॉर्ड समय है। इससे पहले 21 घंटे कभी अलॉट नहीं हुए हैं। लेकिन, वहां सहमति के बावजूद सदन में स्थगन का प्रस्ताव लाया गया। यह नीट पर चर्चा करने की मंशा नहीं है बल्कि सदन को बाधित करने की मंशा है। कांग्रेस पार्टी पहले से मन बना चुकी थी कि वह चर्चा नहीं करना चाहती।
नड्डा ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर 21 घंटे में जितनी बात आपको नीट पर करनी है, उसका पूरा मौका मिलता है। सरकार इस पर जवाब देने के लिए तैयार है।


