नोटबंदी के बाद चलन से बाहर हुए 99 फीसदी नोट आरबीआई के पास वापस
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने दावा किया है कि नवंबर 2016 में नोटबंदी के बाद चलन से बाहर हुए 99 फीसदी से ज्यादा नोट उसके पास लौट चुके हैं

मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने दावा किया है कि नवंबर 2016 में नोटबंदी के बाद चलन से बाहर हुए 99 फीसदी से ज्यादा नोट उसके पास लौट चुके हैं।
केंद्रीय बैंक ने बुधवार को यह घोषणा की। आरबीआई ने 2017-18 की अपनी सालाना रपट में कहा कि चलन से बाहर हुए 500 और 1,000 रुपये के प्रतिबंधित नोटों की जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद पाया गया कि बैंक के पास वापस हुए कुल विमुद्रीकृत नोटों का मूल्य 15.3 लाख करोड़ रुपये है, जो आठ नवंबर, 2016 को कुल विमुद्रीकृत नोटों के मूल्य 15.4 लाख करोड़ रुपये का 99.3 फीसदी है।
रपट में आरबीआई ने कहा, "चलन से वापस हुए एसबीएन (विशिष्ट बैंक नोट) का कुल मूल्य 15,310.73 अरब रुपये है।
रपट में आरबीआई ने कहा, "सत्यापन व समाधान के बाद आठ नवंबर, 2016 को एसबीएन (विशिष्ट बैंक नोट) का कुल मूल्य 15,417.93 अरब रुपये था।"
आरबीआई ने कहा कि बीते वित्त वर्ष के आखिर में चलन में 18 करोड़ बैंक नोट पाए गए।
रपट के अनुसार, वर्ष 2018 के मार्च महीने के आखिर में चनल में पाए गए बैंक नोट का मूल्य पिछले साल के मुकाबले 37.7 फीसदी बढ़कर 18,037 अरब रुपये हो गया।
इसके अतिरिक्त आरबीआई की ओर से जून 2017 से लेकर जून 2018 के बीच यानी एक साल के दौरान जारी किए गए नोटों में करीब 27 फीसदी का इजाफा हुआ।
रपट के मुताबिक, 30 जून, 2017 को चलन में जो नोट थे, उनका मूल्य 15,063.31 अरब रुपये था, उसके बाद जो नोट जारी किए गए, उससे 30 जून, 2018 को कुल नोटों का मूल्य 26.93 फीसदी बढ़कर 19,119.60 अरब रुपये हो गया।
केंद्रीय बैंक ने रपट में कहा है, "लोगों के लेन-देन की जरूरतों की पूर्ति के लिए पर्याप्त परिमाण में बैंक नोट की आपूर्ति करने के आरबीआई के प्रयासों से नोटों के परिमाण में वृद्धि हुई है।"


