राम मंदिर के निर्माण से पहले आपसी भाईचारे को मजबूत बनाना होगा: रविशंकर
आर्ट ऑफ लिविंग के प्रणेता श्री श्री रविशंकर ने अाज कहा कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण से पहले देश मे शांति सौहार्द का वातावरण बनाकर आपसी भाईचारे को मजबूत बनाना होगा

मऊ। आर्ट ऑफ लिविंग के प्रणेता श्री श्री रविशंकर ने अाज कहा कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण से पहले देश मे शांति सौहार्द का वातावरण बनाकर आपसी भाईचारे को मजबूत बनाना होगा।
रेलवे स्थित मैदान में अनुग्रह उत्सव ज्ञान और ध्यान शिविर को संबोधित करते हुये श्री श्री ने कहा कि मंदिर निर्माण की पहल सही दिशा में चल रही है, इसके अच्छे नतीजे निकलेंगे।
उन्होंने साफ किया वह किसी राजनीतिक दल के इशारे पर काम नही कर रहे है बल्कि यह उनका खुद का प्रयास है।
उन्होंने कहा कि सारे धर्मो के धर्मगुरु जिस तरीके से बातचीत में रुचि ले रहे है, इससे उम्मीद है कि राम मंदिर का हल निकल जायेगा।
आर्ट अाफ लिविंग के संस्थापक ने कहा “ बहुत बड़ा काम है। चार छह महीने से प्रयास जारी है और बहुत आशा भी है। इसके लिए डेढ़ दशक पहले भी मैने इस दिशा में पहल की थी अौर फिर कर रहा हूं। ”
किसानो को जैविक खेती पर जोर देने की नसीहत देते हुये देशी बीज को बहुत फायदेमंद बताया।
यहां ऑर्ट ऑफ लिविंग की ओर से उनकी आध्यात्मिक रेल यात्रा का आयोजन किया गया था ।
श्री श्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में हिंसा ज्यादा है जिसे कम करने की जरूरत है। इसके लिए आर्ट आफ लिविंग से जुड़कर योग ,ध्यान करने की जरूरत है ।
उन्होंने कहा कि दुनिया के 155 देशो ने योग को अपनाया है। उर्वे देश का नाम लेते हुए उन्होंने कहा कि यहां सुदर्शन क्रिया करने वालो की जेल में 20 फीसदी सज़ा कम कर दी जाती है ।
हाल ही बैंक घोटाले पर मोदी सरकार का बचाव करते हुये आध्यात्मिक गुरू ने कहा कि घोटाला हुआ तो पकड़ा भी गया ।
उन्होंने कहा तनावमुक्त जीवन जीने के लिए साधना अभ्यास और वैराग्य की जरूरत है और ईश्वर पर विश्वास करना ही होगा।बच्चो में संस्कार देना होगा ।जड़ मजबूत करनी होगी ।संस्कार केंद्र खोलना होगा।
अनुग्रह उत्सव में शामिल होने के बाद श्रीश्री ट्रेन से लखनऊ तक अनुग्रह यात्रा के लिये मउ स्टेशन से ट्रेन में सवार होकर रवाना हो गये।
कुल 18 बोगियों वाली ट्रेन में श्रीश्री के साथ उनके लगभग 1200 अनुयायियों भी शामिल है । ट्रेन मऊ स्टेशन से , देवरिया, श्रावस्ती, गोरखपुर में निर्धारित ठहराव के बाद लखनऊ के गोमती नगर स्टेशन तक जायेगी।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में तीन दिवसीय रेल यात्रा के दौरान वह शांति, प्रेम और सौहार्द का संदेश समाज के सभी वर्गों को देंगे।


