डूब कर नहीं, जल कर ही मरेगा रावण
राजधानी की रामलीलाओं में फिल्मी, टीवी सितारों की मौजूदगी, खानपान के लिए चाट पकौड़ी, मनोरंजन के लिए कई स्थानों पर आकर्षित करने के लिए झूले लगाए गए हैं

नई दिल्ली। राजधानी की रामलीलाओं में फिल्मी, टीवी सितारों की मौजूदगी, खानपान के लिए चाट पकौड़ी, मनोरंजन के लिए कई स्थानों पर आकर्षित करने के लिए झूले लगाए गए हैं लेकिन बरसात और उमस से परेशान लोगों की भीड़ रविवार तक नदराद थी। इन दिनों सोशल मीडिया पर जुमला चल रहा है कि इस बार रावण जलेगा नहीं डूब कर मरेगा। लेकिन अब मौसम विभाग मानता है कि आने वाले दिनों में बरसात, उमस से दिल्लीवासियों को राहत रहेगी। इसी बीच दिल्ली में नवरात्र के साथ साथ दुर्गा पूजा के पंडाल भी तैयार हो गए हैं। चितरंजन पार्क, काली बाड़ी, आरामबाग पूजा सहित समूची दिल्ली में दुर्गा पूजा भी शुरू हो गया है।
अलग अलग पंडालों में सजाए गए हैं मॉडल
चितरंजन पार्क में अलग अलग मंडपों में कई प्रयोग किए हैं तो वहीं आरामबाग पूजा में भी 40 फ ीट का एक विशाल मुखौटा बनाया गया है। महिषासुर को मंदिर-मस्जिद, चर्च, गुरूद्वारा और लोटस मंदिर के एक कोलाज के उपर दिखाया गया है। आरामबाग पूजा के कार्यकारी अध्यक्ष अभिजीत बोस कहते हैं, ''भारत एक ऐसा देश है जहां विविधता में एकता का पर्व मनाया जाता है। महिषासुर सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाडऩे की कोशिश पर दुर्गा पराजित कर देती हैं। हमारी यह आम प्रवृति है कि हम बुराई को बदसूरती के साथ जोड़ते हैं। लेकिन दरअसल ऐसा है नहीं। बुराई कहीं भी और किसी भी रूप में हो सकती है। इसलिए हम खूबसूरत महिषासुर के माध्यम से नस्लवाद से लडऩे का संदेश दे रहे हैं।’’
संपूर्ण रामलीला, साउंड, प्रकाश के साथ तीन घंटे में पूरी लीला का अनूठा, रोमांचित करने वाला अनुभव
आधुनिक पीढ़ी को देखते हुए जनकपुरी में होने वाली संपूर्ण रामलीला का आकर्षण और भी अनूठा है। आयोजक नरेंद्र चावला बताते हैं कि यहां रामलीला कमेटी जनकपुरी दशहरा मैदान में पांच दिन लगातार शाम को तीन घंटे में पात्रों, साउंड व प्रकाश के जरिए होने वाली यह लीला युवाओं, बच्चों के साथ बड़ों को भी रोमांचित करती है। प्रत्येक लीला कमेटी, मंच कुछ अलग प्रस्तुति के लिए मशहूर है और ऐसी ही शिव शक्ति रामलीला दशहरा कमेटी दक्षिणपुरी के ओपी अरोड़ा, मुकेश ने बताया कि बरसात के बाद समूचे मैदान को दोबारा तैयार कर यहां लीला का मंचन किया जा रहा है और यहां विशाल मैदान पात्रों का अभिनय सदैव दर्शकों के बीच प्रिय रहा है। नन्हें बच्चों द्वारा प्रस्तुत रामलीला में संपूर्ण बाल लीला का मंचन किया जा रहा है। मॉर्डन कनवेंट स्कूल के नन्हें बच्चों द्वारा राम वनवास संवाद का जीवंत हृदयस्पर्शी मंचन देख दर्शक भाव विभोर हो उठे।


