रतलाम : जल-चौपाल से 152 परिवारों को मिलने लगा स्वच्छ पेयजल
मध्यप्रदेश के अनुसूचित-जाति बहुल रतलाम जिले के जावरा विकासखण्ड के ग्राम बानीखेड़ी में 'जल-चौपाल' से 152 परिवारों को स्वच्छ एवं शुद्ध पेयजल मिलने लगा है

रतलाम। मध्यप्रदेश के अनुसूचित-जाति बहुल रतलाम जिले के जावरा विकासखण्ड के ग्राम बानीखेड़ी में 'जल-चौपाल' से 152 परिवारों को स्वच्छ एवं शुद्ध पेयजल मिलने लगा है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इस ग्राम में लगभग 1100 व्यक्ति रह रहे हैं, जिनमें से 400 अनुसूचित-जाति वर्ग के हैं।
ग्राम में स्थापित पांच हैण्ड-पम्प ही पेयजल की पूर्ति करते आ रहे थे। इनमें से तीन हैण्ड-पम्प जल की कठोरता अधिक होने के कारण अनुपयोगी हो गये थे।
इन हैण्ड-पम्प के पानी का उपयोग निस्तार के अन्य कार्यों में किया जाने लगा था।
स्वच्छ पेयजल की अनुपलब्धता के कारण महिलाओं को अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था।
कभी-कभी विवाद की स्थिति भी निर्मित होने लगी थी।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की पहल पर 'जल-चौपाल' आयोजित कर ग्रामवासियों की पेयजल समिति का गठन किया गया।
समिति में पांच पुरुष और छह महिलाओं को सदस्य बनाया गया। समिति ने 'जल-चौपाल' में पेयजल समस्या के समाधान के लिये विस्तृत चर्चा की।
समिति की बैठक में निर्णय लिया गया कि ग्राम में पाइप-लाइन के जरिये सभी घरों में निजी नल कनेक्शन दिये जायेंगे।
ग्राम के सभी 152 परिवारों द्वारा निजी नल कनेक्शन लिये गये। अब ग्राम के सभी परिवार निजी नल कनेक्शन के माध्यम से शुद्ध एवं स्वच्छ पेयजल प्राप्त कर रहे हैं।


