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 राशिद देबायन मुखर्जी का कहना है अगर मुझे न्याय नहीं मिला तो मैं गोल्फ छोड़ दूंगा 

भारत के शीर्ष पेशेवर गोल्फर राशिद खान ने रविवार को कहा कि दिल्ली गोल्फ क्लब (डीजीसी) ने अगर उन्हें कोर्स पर अभ्यास के लिए अनुमति नहीं दिया तो वह इस खेल को छोड़ने के लिए तैयार हैं

 राशिद देबायन मुखर्जी का कहना है अगर मुझे न्याय नहीं मिला तो मैं गोल्फ छोड़ दूंगा 
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कोलकाता । भारत के शीर्ष पेशेवर गोल्फर राशिद खान ने रविवार को कहा कि दिल्ली गोल्फ क्लब (डीजीसी) ने अगर उन्हें कोर्स पर अभ्यास के लिए अनुमति नहीं दिया तो वह इस खेल को छोड़ने के लिए तैयार हैं।

राशिद पीजीटीआई प्लेअर्स चैंपियनशिप में मौजूदा समय में नंबर-1 गोल्फर हैं। दिल्ली के राशिद के नाम इस समय नौ अन्य पेशेवर खिताब हैं। उन्होंने तुगलक रोड पुलिस स्टेशन में यह शिकायत दर्ज कराई कि डीजीसी स्टाफ अभ्यास के लिए उन्हें अंदर नहीं जाने दे रहे हैं।

राशिद और डीजीसी के बीच यह विवाद काफी समय से चला आ रहा है। डीजीसी ने उन्हें कोर्स पर 18 होल के लिए ही अभ्यास करने की अनुमति दी है।

दो बार के एशिया टूर विजेता राशिद ने कहा, "अगर मुझे न्याय नहीं मिला तो मैं गोल्फ छोड़ दूंगा। मुझे रुकना चाहिए। मेरे पिता ने कुछ व्यवसाय खोल रखा है और मैं भी उनके साथ काम करना शुरू कर दूंगा। हमारे पास एक ड्रिल मशीन है और मैं इसी मशीन से उनकी मदद करूंगा। मुझे नहीं लगता है कि यहां मुझे न्याय मिलेगा।"

उन्होंने कहा, "मैं इस साल तक इंतजार करूंगा और अगर इसका हल नहीं निकाला गया तो मैं मुझे नहीं पता कि मैं क्या करूंगा। मुझे दिल्ली छोड़ना होगा और वापस लखनऊ जाकर कुछ करना होगा। लखनऊ में हमारे पास एक गोल्फ कोर्स है, लेकिन यह चैंपियनशिप गोल्फ कोर्स नहीं है। इस तरह से मैं कैसे इसे जारी रख सकता हूं।"

वर्ल्ड नंबर-296 राशिद को अगले चार-पांच महीने कोर्स पर अभ्यास करने की जरूरत है, लेकिन वह पिछले पांच महीने से कोर्स पर अभ्यास नहीं कर रहे थे।

कैडी से खिलाड़ी बने गोल्फर राशिद ने कहा, " मैं अभी विश्व गोल्फ रैंकिंग में 296वें नंबर पर हूं। लेकिन अगर मुझे अभ्यास करने के लिए गोल्फ कोर्स नहीं मिलता है, तो मैं कहां जाऊंगा? मैं 800 पर था, मैं 296 पर वापस आ गया। मुझे अभी आगे और महत्वपूर्ण टूर्नामेंटों में भाग लेना है और विश्व रैंकिंग अंक प्राप्त करने के लिए मुझे और अच्छा करना है, लेकिन मैं क्या करूंगा।"

उन्होंने कहा, "ओलंपिक क्वालीफिकेशन की समय सीमा अक्टूबर या नवंबर है। क्वालीफाई करने के लिए मुझे बाकी टूर्नामेंटों में 20-25 अंक अधिक चाहिए। सर्दियों में आप कहीं भी गेंद को हिट कर सकते हैं, लेकिन गर्मियों में यह बहुत मुश्किल है।"

भारतीय गोल्फर ने साथ ही कहा, "डीजीसी परिसर के अंदर कुछ भी उपयोग करने की अनुमति नहीं है। मैंने 19 साल तक वॉशरूम का उपयोग किए बिना भी खेला है।"

उन्होंने कहा, "पिछले पांच महीनों से मैं एक बंजर भूमि पर अभ्यास कर रहा हूं। सप्ताह में एक बार 18-होल खेलने के लिए मुझे नोएडा जाना पड़ता था जो कि मेरे घर से 25 किमी दूर है। अगर मुझे डीजीसी में अभ्यास करने के लिए प्रवेश मिलता है, जोकि मेरे घर से दो किलोमीटर की दूरी पर है तो यह मेरे लिए आसान होगा।"


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