Top
Begin typing your search above and press return to search.

ओरछा को रामराजा लोक देगा नई भव्यता, शिवराज सिंह चौहान ने किया भूमिपूजन

बुंदेलखंड की अयोध्या है निवाड़ी जिले में स्थित ओरछा, यहां राम को भगवान नहीं बल्कि राजा के तौर पर पूजा जाता है

ओरछा को रामराजा लोक देगा नई भव्यता, शिवराज सिंह चौहान ने किया भूमिपूजन
X

निवाड़ी। बुंदेलखंड की अयोध्या है निवाड़ी जिले में स्थित ओरछा, यहां राम को भगवान नहीं बल्कि राजा के तौर पर पूजा जाता है। यहां राज्य सरकार महाकाल लोक की तरह ही श्री रामराजा लोक बनाने जा रही है। इसका भूमि पूजन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्री रामराजा मंदिर परिसर में श्री रामराजा लोक का भूमि-पूजन किया और निर्माण कार्य की आधारशिला रखी।

भगवान श्रीराम की नगरी ओरछा में 81 करोड़ की लागत से श्री रामराजा मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्र मिलाकर श्री राम राजालोक का भव्य निर्माण होगा।

मुख्यमंत्री चौहान ने सभा में उपस्थित सभी लोगों से आह्वान किया कि वे अपने-अपने गांवों के मंदिरों में वर्षा के लिए ईश्वर से प्रार्थना करें।

उन्होंने कहा कि प्रार्थना-पूजा के साथ ही हम कर्म भी करेंगे। वर्षा के अभाव में यदि कोई संकट आता है तो घबराने की जरूरत नहीं हैं।

प्रदेश में बिजली की खपत बढ़ गई है, बांध नहीं भरे हैं पर हम हर तरह के संकट से निपटने के लिए तैयार हैं। हमारी सरकार किसानों और सभी प्रदेशवासियों को हर तरह के संकट से पार निकाल ले जाएगी।

मुख्यमंत्री चौहान ने अछरू माता का जयघोष कराते हुए कहा कि "सूखे से डरने की जरूरत नहीं है - हम हर परिस्थिति का मिलकर सामना करेंगे।"

उल्लेखनीय है कि निवाड़ी जिले में ओरछा का प्रमुख केन्द्र श्री रामराजा मंदिर है। इसका निर्माण तत्कालीन बुन्देला शासकों ने किया था। ओरछा को विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया गया है।

ओरछा का केंद्रबिंदु श्रीराम राजा मंदिर है। जहां बड़ी संख्या में श्रृद्धालुओं तथा पर्यटकों का आगमन होता है। श्रृद्धालुओं एवं पर्यटकों की भावनाओं तथा सुविधाओं को दृष्टिगत रखते हुए ओरछा में श्री रामराजा मंदिर में श्री रामराजा लोक का विकास किया जाएगा।

श्री रामराजा मंदिर परिसर लगभग 2.86 एकड़ में स्थित है। मंदिर के आसपास लगभग 12 एकड़ क्षेत्र में श्री रामराजा लोक विकसित किया जाएगा। श्री रामराजा लोक का प्रारंभ प्रवेश द्वार पर भव्य दरबार गलियारे से होगा।

मंदिर परिसर में 41 करोड़ की लागत से श्री रामराजा लोक प्रवेश द्वार के साथ प्लाजा का विकास, प्रसादालय, कतार परिसर, श्री जानकी मंदिर परिसर का विकास, फूड प्लाजा, आसपास की दुकानों की पुर्नस्थापना, जनसमूह प्रबंधन, दुकानों का सौन्दर्यीकरण और श्रीराम के बाल स्वरूप श्री रामराजा के दरबार के वर्णन सहित गलियारे एवं प्रागंण का विकास होगा, जिसमें बालकांड का वर्णन होगा।

प्रांगण में रामायण से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण वस्तुओं का इस्तेमाल किया जाएगा। सुन्दर कमल नयन से प्रेरित कमल स्तम्भ और पुष्पक विमान देखने को मिलेंगे। इस लोक में स्थानीय वास्तुकला मंदिर प्रांगण और ऐतिहासिक इमारतों का अनूठा स्वरूप बखूबी देखने को मिलेगा।

श्री रामराजा लोक की वास्तुकला बुंदेलखंड की प्रमाणिकता और अखडंता का उदाहरण होगी। श्रीराम के बाल स्वरूप एवं राजा राम के दरबार के वर्णन सहित गलियारे एवं प्रांगण का विकास 6.25 करोड़ की लागत से होगा और 20 करोड़ की लागत से श्रीराम राजा मंदिर पुरातत्व महत्व के भवनों का संरक्षण किया जाएगा।

इसमें श्रीराम राजा मंदिर, श्रीपाताल हनुमान मंदिर, श्रीजानकी माता के मंदिर परिसरों में जरूरी कार्य होंगे और 9 करोड़ की लागत से प्रकाश व्यवस्था और 4.75 करोड़ की लागत से जन सुविधाओं का विकास कार्य होगा।

श्री राम राजा लोक में बालकांड प्रांगण श्री राम की बाल लीलाओं के दर्शन होंगे। उत्तर काड को चित्र प्रस्तुतियों से प्रदर्शित किया जाएगा। श्री राम भगवान के राजा के रूप में कथाओं के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा।

श्री रामराजा लोक में जनसमूह प्रबंधन तथा सार्वजनिक सुविधाओं के विकास के साथ स्थानीय श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के सामने के चौक को शॉपिंग प्लाजा की तरह विकसित करते हुए व्यवस्थित दुकानों का निर्माण किया जाएगा।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it