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करोड़ों के एनीकट में भरी रेत और कीचड़ अस्तित्व पर संकट, घटती गहराई से लोग परेशान

रामानुजगंज ! कन्हर नदी में करीब 6 करोड़ 30 लाख रूपये की लागत से बने एनिकट में रेत और कीचड़ भर जाने से उसके अस्तित्व पर संकट मंडराने लगा है।

करोड़ों के एनीकट में भरी रेत और कीचड़ अस्तित्व पर संकट, घटती गहराई से लोग परेशान
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रामानुजगंज ! कन्हर नदी में करीब 6 करोड़ 30 लाख रूपये की लागत से बने एनिकट में रेत और कीचड़ भर जाने से उसके अस्तित्व पर संकट मंडराने लगा है। एनीकट के नीचे की ओर जहां गहराई बढने से अंतर्राज्यीय पुल का पीलर करीब चार फीट बाहर आ गया है, वहीं एनीकट के ऊपर दो बरसात मेें करीब 7 से 9 फीट रेत भरने से नदी की गहराई कम होने से एनीकट के अस्तित्व पर संकट मंडराने लगा है। वहंी कन्हर नदी में बारिश के मौसम में थोड़ा सा भी बाढ़ आने पर नदी का पानी नगर के वार्ड क्रमांक 14 व 15 के घरों में घुस जाता है। कन्हर नदी में एनीकट के ऊपर रेत भर जाने के कारण घटती गहराई से वार्ड क्रमांक 14 व 15 के नागरिक भी से चिंतित होने लगे हैं।
जल संसाधन संभाग क्रमांक 02 द्वारा रामानुजगंज कन्हर नदी में करीब 6 करोड़ 30 लाख रूपये की लागत से एनीकट का निर्माण कराया गया है। मोहल्लेवासियों का आरोप है कि निर्माण के दौरान गलत स्थल का चयन और तकनीकी खामी के कारण इतनी राशि खर्च करने के बाद भी यह नैसर्गिंक सुंदरता पर ग्रहण लग रहा है। वार्ड क्रमांक 14 और 15 के निवासियों के साथ-साथ ग्राम पुरानडीह के निवासियों को बरसात के समय काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, जिसे लेकर वे अभी से चिंतित दिखाई दे रहे हैं। मोहल्ले के वरिष्ठ रहवासियों का कहना है कि समय रहते शासन को इस ओर गहराई से चितन करने की आवश्यकता है नहीं तो आने वाले समय में इसका बढ़ा दुष्परिणाम सामने आ सकता है। इस संबंध में वार्ड वासियों ने बताया कि एनीकट के कारण नदी की गहराई करीब 8 फीट कम हुई है। नगर से गंदे पानी की निकास वाला फकीरा नाला जो कन्हर नदी से काफी ऊंचा हुआ करता था वह कन्हर के लेबल में आ गया है, जिससे बारिश के मौसम में थोड़ा सा भी बाढ़ आने पर कन्हर का पानी हम लेागों के घरो ंमें घुस जाता है।


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