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रमन ने नक्सल हमले में शहीद जवान की पत्नी को दी एएसआई की नौकरी

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के शहीद जवान बनमाली यादव की धर्मपत्नी श्रीमती जितेश्वरी यादव को छत्तीसगढ़ पुलिस में सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) के पद पर नियुक्ति दी है...

रमन ने नक्सल हमले में शहीद जवान की पत्नी को दी एएसआई की नौकरी
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रायपुर। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के शहीद जवान बनमाली राम यादव की धर्मपत्नी श्रीमती जितेश्वरी यादव को छत्तीसगढ़ पुलिस में सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) के पद पर नियुक्ति दी है। मुख्यमंत्री आज लोक सुराज अभियान के तहत जशपुर जिले के ग्राम धौरासांड में अचानक पहुंचे और स्वर्गीय श्री यादव के घर जाकर उनके परिवार से मुलाकात की।

डॉ. सिंह ने शहीद के पिता और पत्नी सहित परिवार के सभी शोक संतप्त सदस्यों के प्रति संवेदना प्रकट की। उन्होंने श्रीमती जितेश्वरी यादव को छत्तीसगढ़ पुलिस में नौकरी के लिए नियुक्ति पत्र भी सौपा। डॉ. रमन सिंह ने इस अवसर पर गांव के महकुल पारा स्थित शासकीय प्राथमिक स्कूल का नामकरण शहीद बनमाली यादव के नाम करने और उनके परिवार को जिला मुख्यालय जशपुर नगर में एक मकान देने की भी घोषणा की। ज्ञातव्य है कि बनमाली राम यादव पिछले सप्ताह (24 अप्रैल को) सुकमा जिले के बुरकापाल में नक्सलियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गए थे।

मुख्यमंत्री ने आज उनकी धर्मपत्नी को 28 लाख रूपए का सहायता राशि का चेक भी भेंट किया। जशपुर जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा भी शहीद के परिवार के लिए अपने-अपने वेतन से अंशदान कर तीन लाख 50 हजार रूपए की सहायता राशि जमा की गयी। यह राशि शहीद की डेढ़ साल की बेटी खुश्बू के लिए भारतीय स्टेट बैंक की जशपुर मुख्य शाखा में फिक्स्ड डिपाजिड कर दी गयी है। मुख्यमंत्री ने श्रीमती यादव से कहा कि यह राशि भविष्य में उसकी पढ़ाई के काम आएगी। खुश्बू को दसवीं कक्षा की पढ़ाई के बाद लगभग दस लाख 35 हजार रूपए मिलेंगे।

मुख्यमंत्री ने शहीद के परिवार को बताया कि स्वर्गीय बनमाली राम यादव के पिता रोधोराम को खेत में सिंचाई सुविधा के लिए सौर सुजला योजना के लिए सोलर पम्प स्वीकृत कर दिया गया है। उनकी कुंए की मरम्मत हो जाने पर उसमें सोलर पम्प लगा दिया जाएगा। इसके अलावा शहीद के परिवार के आग्रह पर मनरेगा के तहत उनके खेतों में भूमि सुधार और कुंआ मरम्मत के लिए दो लाख 63 हजार रूपए की धनराशि भी मंजूर कर दी गयी है।

शहीद के परिवार की मांग पर उन्हें वन अधिकार मान्यता पत्र देने की प्रक्रिया भी शुरू हो गयी है। मुख्यमंत्री ने धौरासांड में बरगद के पेड़ की छांव में चौपाल लगाकर ग्रामीणो से मुलाकात की और उन्हें विभिन्न शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन के बारे में ग्रामीणों से जानकारी ली।


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