मंतूराम का बयान कांग्रेस की बदलापुर की राजनीति का हिस्सा रमन और कौशिक
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह एवं विधानसभा में विपक्ष के नेता धरमलाल कौशिक ने अंतागढ़ सीट से उप चुनाव में कांग्रेस की उम्मीदवारी से नाम वापस लेने वाले मंतूराम पवार के अदालत में कल दर्ज

रायपुर । छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह एवं विधानसभा में विपक्ष के नेता धरमलाल कौशिक ने अंतागढ़ सीट से उप चुनाव में कांग्रेस की उम्मीदवारी से नाम वापस लेने वाले मंतूराम पवार के अदालत में कल दर्ज कराए गए बयान को कांग्रेस का राजनीतिक षडयंत्र एवं उसकी बदलापुर की राजनीति का हिस्सा करार दिया है।
डा.सिंह ने यहां जारी बयान में कहा कि पवार ने 2014 के बाद पहली बार अदालत में दर्ज कराए बयान में उनका नाम लिया है।राजनीतिक षडयंत्र के तहत उनका नाम उछाला गया है।दंतेवाड़ा उप चुनाव के निकट होने के मद्देनजर कांग्रेस की सोची समझी रणनीति के तहत पवार से बयान दिलाया गया है।
उन्होने कहा कि पवार ने विभिन्न अदालतों में शपथ पत्र देकर पूर्व में कहा है कि अपनी मर्जी से उन्होने अंतागढ़ उप चुनाव में अपनी उम्मदवारी वापस ली,और इसके लिए कोई लेनदेन नही हुआ। उन्होने कहा कि यह कांग्रेस की बदलापुर राजनीति है।न्यायालय में वह अपना पक्ष रखेंगे और उन्हे न्याय मिलेगा।
नेता प्रतिपक्ष श्री कौशिक ने अलग जारी बयान में अंतागढ़ टेपकांड के मुख्य आरोपी मंतूराम के बयान को कांग्रेस सरकार की साजिश बताते हुए कहा कि शपथपत्र की भाषा मंतूराम की नहीं है.सरकार के बुद्धिजीवियों द्वारा तैयार किया गया यह बयान पूरी तरह तथ्यहीन और बेबुनियाद है।उन्होने कहा कि कांग्रेस सरकार ने एक राजनीतिक साजिश के तहत पवार से दबावपूर्वक बयान दिलवाया है,ताकि दंतेवाड़ा उपचुनाव को प्रभावित किया जा सके।उन्होंने कहा कि पवार का यह बयान भी पूर्व भाजपा सरकार के खिलाफ बदले की कार्रवाई मात्र है.इसका जवाब न्यायालय मे दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि मंतूराम पवार ने कल यहां अदालत में राजनीतिक भूचाल लाने वाले दर्ज करवाए बयान में स्वीकारा हैं कि साढ़े सात करोड रूपए की नाम वापसी के लिए डील हुई थी जिसमें तत्कालीन मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह,तत्कालीन मंत्री राजेश मूणत,पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी एवं उनके पुत्र अमित जोगी,अमीन मेनन एवं फिरोज सिद्दीकी शामिल रहे है।इसके अलावा कांकेर के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ने भी उन्हे नाम वापस लेने के लिए धमकाया था।नाम वापस लेने के बाद कांग्रेस से उन्हे निकाल दिया गया था,जिसके बाद वह भाजपा में शामिल हो गए थे।अभी वह भाजपा में है,पर बयान देने के बाद कहा है कि अगर भाजपा उनके खिलाफ कार्रवाई करती है,तो फिर अगले राजनीतिक कदम पर विचार करेंगे।


