कानून व्यवस्था से संतुष्ट नहीं हैं रामनाईक
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल रामनाईक राज्य की कानून व्यवस्था से संतुष्ट नहीं लगते
रामपुर। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल रामनाईक राज्य की कानून व्यवस्था से संतुष्ट नहीं लगते।
रामपुर आए राज्यपाल से कानून व्यवस्था को लेकर जब आज मीडिया ने सवाल किया तो उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है।
मुंशी प्रेमचंद की 137वीं जयंती पर रजा लाइब्रेरी में दो दिवसीय सेमीनार के आयोजन में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने आए रजा लाइब्रेरी बोर्ड के पदेन अध्यक्ष एवं राज्यपाल रामनाईक समारोह के बाद मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने कहा कि उनका पद संवैधानिक पद है।
उन पर भले ही व्यक्तिगत रूप से कोई टिप्पणी करे लेकिन, वह राजनैतिक बयानबाजी पर कोई टीका टिप्पणी नहीं करेंगे। बोले-मैं ऐसे सवालों का उत्तर नहीं दूंगा।
अपराधों को लेकर जब उनसे बात की गई तो उन्होेंने कहा कि राज्य का सबसे बड़े संवैधानिक पद पर होने के नाते वह अपराधों पर भी नजर रखते हैं।
श्री नाईक ने कहा कि अखिलेश सरकार भी उनकी थी और अब योगी सरकार भी संवैधानिक दृष्टि से उनकी है।
अपराध बढ़ने पर पहले मुख्यमंत्री अखिलेश को सलाह देता था अब मौजूदा सरकार को भी यही सलाह है कि कानून व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि हालांकि, किसी भी सरकार के कामकाज के मूल्यांकन के लिए छह माह का वक्त दिया जाना चाहिए। आशा है कि छह माह बाद जब मूल्यांकन होगा तो परिवर्तन दिखाई देगा।
अल्पसंख्यकों पर हुए अपराधों को लेकर पूूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार या केंद्र सरकार दोनों का उद्देश्य सबकी सुरक्षा का दायित्व है और सरकार इस दायित्व को निभा रही हैं।
जौहर विश्वविद्यालय की जांच कराएंगे या नहीं, इस सवाल को वह टाल गए।


