राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा : 500 साल का इंतजार खत्म, आज विराजेंगे श्रीराम
प्रधानमंत्री मोदी समेत संतों और विशिष्ट लोगों की मौजूदगी में होगा कार्यक्रम

- रतिभान त्रिपाठी
लखनऊ/अयोध्या। सनातन समाज के 500 वर्षों के अथक संघर्ष के बाद सोमवार 22 जनवरी को प्रभु श्रीरामलला अपने नव्य-भव्य और दिव्य महल में विराजने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत संत समाज और अति विशिष्ट लोगों की उपस्थिति में रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा का ऐतिहासिक अनुष्ठान संपन्न होने जा रहा है। अयोध्या नगरी को फूलों से पूरी भव्यता से सजाया गया है। अवधपुरी में उत्सव सा माहौल है। सूर्यवंश की राजधानी अयोध्या धाम सहित पूरे देश के मंदिरों, गांव-गली,मोहल्ले-टोलों में राम संकीर्तन और राम चरित मानस का पाठ हो रहा है। फूलों से सजी अयोध्या में जन्मभूमि पथ से लेकर राम पथ, भक्ति पथ और धर्म पथ की अलौकिक आभा देखते ही बन रही है। सांस्कृतिक नृत्य और वादन के माध्यम से विभिन्न स्थानों पर प्रदेश के साथ-साथ देश भर की परंपराओं और कला का समागम हो रहा है। हर तरफ भगवान राम के भजन सुनने को मिल रहे हैं। सोमवार शाम को भव्य दीपोत्सव की तैयारी है।
12 बजे के बाद शुरू होगा कार्यक्रम
रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम अभिजीत मुहूर्त में संपन्न किया जाएगा। इस ऐतिहासिक अवसर पर कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक दिन पहले ही अयोध्या पहुंच चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सुबह 10.25 बजे अयोध्या के महर्षि बाल्मीकि अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पहुंच जाएंगे। 10.45 पर अयोध्या हेलीपैड पर उनका आगमन होगा। यहां से वो सीधे राम जन्मभूमि स्थल पर पहुंचेंगे। इसके बाद 11 बजे से 12 बजे तक वह विभिन्न आयोजनों में हिस्सा लेंगे, जबकि दोपहर 12.05 बजे से 12.55 तक प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन होगा। दोपहर एक बजे कार्यक्रम खत्म होने के बाद वह समारोह स्थल पर पहुंचेंगे, जहां अन्य विशिष्ट अतिथियों के साथ ही पूरे देश और दुनिया को संबोधित करेंगे।


