सीलिंग के विरोध में रैली आज, व्यापारी कटोरा आंदोलन में सातों सांसदों का करेंगे घेराव
दिल्ली में सीलिंग के विरोध में अब व्यापारी भी दोफाड़ हो गए और अपने अपने तरीके से विरोध भी जता रहे हैं

नई दिल्ली। दिल्ली में सीलिंग के विरोध में अब व्यापारी भी दोफाड़ हो गए और अपने अपने तरीके से विरोध भी जता रहे हैं। व्यापारियों का संगठन गुरूवार को विशाल रैली आयोजित कर विरोध जताएगा तो वहीं दूसरा खेमा शुक्रवार से कटोरा यात्रा निकाल कर विरोध की तैयारी कर रहा है। कन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स के नेता प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि 1500 एसोसिएशन्स ने समर्थन देते हुए तय किया है कि गुरूवार को टाउनहाल, चांदनी चौक, घंटाघर, चांदनी चौक में विशाल रैली की जाएगी। इस दौरान अध्यादेश की मांग पर जोर दिया जाएगा।
दिल्ली में चल रहे सीलिंग अभियान के खिलाफचैंबर ऑफट्रेड एंड इंड्स्ट्री (सीटीआई) ने अब नए तरह से विरोध जताने का फैसला लिया है। जिसके तहत सीटीआई से जुड़े तमाम ट्रेड असोसिएशनों के व्यापारी राजधानी में 16 फरवरी से 25 फरवरीतक कटोरा यात्रा निकालेंगे। इस मार्च के तहत सभी व्यापारी दिल्ली के सातों सांसदों के घर भीख मांगने जाएंगे और फिर अंत में 25 फरवरी को प्रधानमंत्री के आवास पर कटोरा लेकर पहुंचेंगे। सीटीआई के कन्वीनर बृजेश गोयल और हेमन्त गुप्ता ने बताया कि व्यापारियों की सुनवाई कहीं नहीं हो रही है और अब तक 2000 से ज्यादा दुकानें, ऑफिस आदि सील किए जा चुके हैं एजब रोजगार ही नहीं रहेगा तो फिर गुजारा कैसे चलेगा। ऐसे में भीख मांगना ही विकल्प शेष रह जाएगा। इसी वजह से हमने कटोरा यात्रा निकालने का निर्णय लिया है।
सीटीआई के महासचिव रमेश आहूजा और राकेश यादव ने बताया कि दिल्ली में पिछले डेढ़ महीने से सीलिंग चल रही है। व्यापारियों ने अपनी रोजी रोटी को बचाने के लिए एमसीडीए डीडीए से लेकर दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार के सभी संबंधित मंत्रालयों से गुहार लगाई है। लेकिन सीलिंग से राहत नहीं मिली है । मामला सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देश पर गठित मॉनिटरिंग कमिटी की देखरेख में है।
सीटीआई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रदीप गुप्ता का कहना है कि व्यापारियों ने दिल्ली बंद करके देख ली, भूख हड़ताल भी कर ली लेकिन किसी का दिल नहीं पिघला। सरकार को समझना चाहिए कि सीलिंग से रोजगार बंद होंगे तो सिर्फ व्यापारी और उसका परिवार ही नहीं, बल्कि व्यापारियों के यहां काम करने वाले तमाम कर्मचारियों के परिवार की रोजी रोटी पर फर्क पड़ेगा। बजाय रास्ता निकालने के अभी भी सीलिंग अभियान जारी है। कटोरा यात्रा सभी सांसदों के आवास पर भी निकाली जाएगी और यदि हल नहीं निकला तो 25 फरवरी को सभी व्यापारी प्रधानमंत्री आवास पहुंचेंगे।


