सरकार और विपक्ष पर भड़कते हुए राकेश टिकैत ने कहा-"ये क्रांति चिंगारी बनेगी"
राजधानी दिल्ली में केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन का 34वां दिन है

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन का 34वां दिन है। कल यानि की बुधवार को 2 बजे विज्ञान भवन में एक बार फिर से सरकार और किसानों के बीच वार्ता होगी। इस वार्ता से पहले ही सरकार और किसानों के रुख तल्थ हैं। जी हां जहां आज कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर गृह मंत्री अमित शाह से वार्ता कर रहे हैं तो वहीं किसान नेता राकेश टिकैत ने भी सरकार को अल्टीमेटम दे दिया है।
आज मंगलवार को गाजीपुर बॉर्डर पर इन तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान नेता राकेश टिकैत ने सरकार को चेतावनी दी है। राकेश टिकैत ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि 'क्रांति चिंगारी बनेगी। देश का किसान है, सरकार को बात मान लेनी चाहिए।"
इतना ही नहीं राकेश टिकैत ने विपक्ष पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि देश में विपक्ष है ही नहीं। जी हां टिकैत ने कहा "अगर विपक्ष इतना मजबूत होता तो किसानों को आंदोलन करने की क्या जरूरत थी?" सरकार और विपक्ष पर भड़के हुए राकेश टिकैत ने कहा कि ये तीनों काले कानून लाने में सरकार और विपक्ष की मिली भगत है। हम किसी के झांसे में नहीं आएंगे और जब तक सरकार हमारी मांगें नहीं मानती है तब तक हम दिल्ली की सड़कों पर ऐसे ही डटे रहेंगे और इस आंदोलन को और तेज करेंगे।
आपको बता दें कि पहले किसानों ने सरकार से बातचीत के लिए आज का दिन यानि की 29 जिसंबर का दिन निर्धारित किया था लेकिन सरकार ने 30 दिसंबर की तारीख निर्धारित करते हुए किसानों को बातचीत का प्रस्ताव दिया था। अब कल का दिन इस आंदोलन की आगे को दिशा को तय करेगा।


