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सिलिंग के विरोध में राज्यसभा की कार्यवाही बाधित

आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग, तमिलनाडु में कावेरी जल विवाद और राजधानी दिल्ली में सिलिंग के विरोध में विपक्षी सदस्यों का भारी हंगामा

सिलिंग के विरोध में राज्यसभा की कार्यवाही बाधित
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नयी दिल्ली। आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग, तमिलनाडु में कावेरी जल विवाद और राजधानी दिल्ली में सिलिंग के विरोध में विपक्षी सदस्यों के भारी हंगामे के कारण अाज राज्यसभा की कार्यवाही बाधित हुयी और शून्यकाल एवं प्रश्नकाल नहीं हो सका।

सुबह कार्यवाही शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडु ने आवश्यक दस्तावेज सदन पटल पर रखे जाने के बाद शून्यकाल शुरू करने की कोशिश की लेकिन इसी दौरान तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा), वाई एस आर कांग्रेस, अन्नाद्रमुक तथा द्रमुक सदस्यों के साथ ही आम आदमी पार्टी (आप) के सदस्य अपनी अपनी मांगों को लेकर सदन के बीचों बीच पहुंच गये।



नायडु ने तेदेपा , अन्नाद्रमुक और द्रमुक सदस्यों के हंगामा करते हुये सदन के बीचों बीच पहुंचने के दौरान ही वाईएसआर कांग्रेस के विजय साई रेड्डी को शून्यकाल के तहत अपनी बात रखने के लिए नाम पुकारा लेकिन तब तक वह भी सदन के बीचोंबीच पहुंच चुके थे। इस दौरान आप के संजय सिंह और सुशील गुप्ता भी आसन के समक्ष पहुंच गये।

इन दलों के सदस्य अपनी मांगों काे लेकर नारेबाजी करने लगे जिससे सदन में भारी शोरगुल हो गया। आप सदस्य राजधानी दिल्ली में यथाशीघ्र सिलिंग रोकने की मांग कर रहे थे।

अन्नाद्रमुक और द्रमुक सदस्य उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार कावेरी प्रबंधन बोर्ड और कावेरी जल नियामक समिति बनाने की मांग कर रहे थे। उच्चतम न्यायालय ने गत 16 फरवरी को केन्द्र सरकार को छह महीने के भीतर कावेरी प्रबंधन बोर्ड और कावेरी जल नियामक समिति बनाने का आदेश दिया था।

श्री नायडु ने सदस्यों से अपनी अपनी सीटों पर लौटने की अपील की लेकिन हंगामा जारी रहने पर उन्होंने सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।


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