लोकसभा में मॉब लिंचिंग पर बोले राजनाथ सिंह, जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने किया बहिर्गमन
देश के कई हिस्सों में लिंचिंग (भीड़ द्वारा पीट-पीट कर हत्या) की घटनाओं और झारखंड में सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश पर हुए हमले का मामला आज लोकसभा में उठा जिसकी सरकार ने भी कड़ी निंदा की

नयी दिल्ली। देश के कई हिस्सों में लिंचिंग (भीड़ द्वारा पीट-पीट कर हत्या) की घटनाओं और झारखंड में सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश पर हुए हमले का मामला आज लोकसभा में उठा जिसकी सरकार ने भी कड़ी निंदा की। लेकिन, सरकार के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने सदन से बहिर्गमन किया।
सदन में शून्य काल में कांग्रेस के के.सी. वेणुगोपाल ने यह मामला उठाया और आरोप लगाया कि देश में एक खास विचारधारा के लोग इतर विचार रखने वालों पर हिंसक हमले कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर हाल ही में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के विरुद्ध इसी प्रकार से अभद्र भाषा से हमला किया गया और दो दिन पहले स्वामी अग्निवेश पर हिंसक हमला हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के रवैये के कारण यह स्थिति बदतर हो रही है।
इस पर सदन में मौजूद गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने इन घटनाओं की निंदा करते हुए और सोशल मीडिया पर नियंत्रण एवं राज्य सरकारों की सक्रिय भूमिका की आवश्यकता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह सच है कि देश के कई भागों में लिंचिंग की घटनाएं हुईं हैं, पर ऐसा नहीं है कि ऐसी घटनाएं केवल बीते कुछ वर्षों में ही हुई हैं। ऐसी घटनाएं पहले भी होती रहीं हैं। इनमें कई लोग मारे गये हैं या घायल हुए हैं। सरकार के लिए यह चिंता का विषय है। उसकी ओर से इनकी भर्त्सना और आलोचना की गयी है। इस प्रकार के तौर-तरीके निंदनीय हैं।
सिंह ने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं अफवाहों, संदेह और अपुष्ट फ़ेक न्यूज़ के कारण होतीं हैं। कानून-व्यवस्था बनाये रखना और ऐसे मामलों में प्रभावी कार्रवाई करना राज्य सरकारों की जिम्मेदारी है। हालांकि, केन्द्र सरकार चुप नहीं बैठी है।
उन्होंने कहा कि केन्द्र ने राज्य सरकारों को 2015 में और अभी इसी माह दो परामर्श जारी किये हैं। चूंकि, ऐसी घटनाएं सोशल मीडिया में फ़ेक न्यूज़ द्वारा प्रसारित होती है, इसलिए सोशल मीडिया सेवा प्रदाताओं को निर्देश दिया गया है कि वे अपने सिस्टम में इस पर निगरानी की व्यवस्था करें।
गृह मंत्री ने कहा कि लिंचिंग की घटनाएं बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण होती हैं और लगभग हर प्रमुख घटना पर उन्होंने स्वयं संबंधित राज्यों के मुख्यमंत्री से बात की है और कहा है कि दोषियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
विपक्ष की ओर से कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, वेणुगोपाल,ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा द्वारा पीट-पीटकर हत्या के आरोपी का माला पहना कर स्वागत किये जाने का मुद्दा उठा कर गृहमंत्री से जवाब माँगा, लेकिन अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने इसकी अनुमति नहीं दी जिस पर असंतोष व्यक्त करते हुए विपक्ष के सदस्य सदन से बाहर चले गये।


