राजनाथ ने लाल बहादुर शास्त्री को ताशकंद में श्रद्धांजलि दी
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज उज्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद में पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के स्मृति स्थल जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

नई दिल्ली । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज उज्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद में पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के स्मृति स्थल जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
श्री सिंह शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शासनाध्यक्षों की परिषद की बैठक में हिस्सा लेने के लिए उज्बेकिस्तान की तीन दिन की यात्रा पर गये हुए हैं।
ताशकंद पहुंचने पर वह श्री शास्त्री को श्रद्धांजलि देने उनके स्मृति स्थल पर गये। उन्होंने दिवंगत प्रधानमंत्री की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। वह ताशकंद में शास्त्रीजी की स्मृति में बने विद्यालय को देखने भी गये।
बाद में उन्होंने टि्वट किया,“ताशकंद में शास्त्रीजी के असामयिक निधन से देश ने न केवल एक क़द्दावर प्रधानमंत्री को खोया बल्कि भारत की जनता ने अपना एक लाल भी गँवा दिया। मैं आज ताशकंद की धरती पर उनकी स्मृतियों को नमन करते हुए उनके प्रति हृदय की गहराइयों से पुन: श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।”
एक अन्य टि्वट में उन्होंने लिखा ,“ आज ताशकंद में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी के प्रति अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने देश का नेतृत्व एक ऐसे नाज़ुक समय में किया जब कई तरह के संकट सामने थे। अपनी दृढ़ संकल्पशक्ति का परिचय देते हुए उन्होंने पूरे देश में एक नई ऊर्ज़ा का संचार किया। ‘ जय जवान जय किसान’ का आह्वान करके शास्त्रीजी ने सबको एकजुट किया और युद्ध के समय में हर भारतवासी के मन में मान, सम्मान और स्वाभिमान की भावना को बलवती किया। सादगी, सरलता एवं ईमानदारी की प्रतिमूर्ति शास्त्रीजी ने सार्वजनिक जीवन में शुचिता के नए प्रतिमान गढ़े।”
रक्षा मंत्री ताशकंद में शास्त्रीजी की स्मृति में बने विद्यालय भी गये और वहाँ पढ़ रहे बच्चों से भेंट की। उन्होंने कहा कि इन बच्चों का भारत और हिंदी प्रेम देख कर सुखद अनुभूति हुई।
उल्लेखनीय है कि श्री शास्त्री की उजेबिकस्तान यात्रा के दौरान 11 जनवरी 1966 की रात रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गयी थी। इससे पहले उन्होंने वहां पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब ख़ान के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किये थे।


