राजस्थान : अपने बेटे की मौत पर शोकाकुल है तिहावली गांव
दिल्ली में भड़की हिसा को नियंत्रित करने के दौरान दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल को अपनी जान गंवानी पड़ी, जिसे लेकर राजस्थान में उनके गांव के लोग गमगीन हैं।

जयपुर | दिल्ली में भड़की हिंसा को नियंत्रित करने के दौरान दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल को अपनी जान गंवानी पड़ी, जिसे लेकर राजस्थान में उनके गांव के लोग गमगीन हैं। लाल राजस्थान के सीकर में तिहावली गांव के रहने वाले थे। उनकी पत्नी को टेलीविजन पर समाचार देखने के दौरान उनकी मौत की सूचना मिली।
उनके परिवार में दो बेटी सिद्धी (12) और कनक (10) और एक बेटा राम (7) है।
उनकी पत्नी ने कहा कि सोमवार को टीवी पर समाचार देखने के बाद, उन्हें दिल्ली पुलिस की ओर से फोन आया कि उनके पति घायल हो गए हैं और अस्पताल में हैं। उसके बाद उनका परिवार दिल्ली के लिए रवाना हो गया।
रतन लाल ने 1998 में पुलिस की सेवा ज्वाइन की थी और वह उत्तरपूर्वी दिल्ली के गोकुलपुरी सब-डिवीजन में तैनात थे।
इसबीच, गांव के निवासियों ने मांग करते हुए कहा है कि लाल को शहीद का दर्जा दिया जाए, ताकि उनके परिवार को पर्याप्त मुआवजा मिल सके। लोगों ने उनके नाम पर एक स्थानीय स्पोर्ट्स स्टेडियम का नाम भी रखने की मांग की है।


