राजस्थान विधानसभा में माहेश्वरी पर आरोप लगाये , कार्यवाही स्थगित
राजस्थान विधानसभा में मंत्री किरण माहेश्वरी पर लगाये गये आरोपों के बाद फ्रीज की गयी कार्यवाही पर निर्णय देने की मांग को लेकर पक्ष एवं विपक्ष के बीच हुये हंगामें के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित
जयपुर। राजस्थान विधानसभा में मंत्री किरण माहेश्वरी पर लगाये गये आरोपों के बाद फ्रीज की गयी कार्यवाही पर निर्णय देने की मांग को लेकर पक्ष एवं विपक्ष के बीच हुये शोर शराबे और हंगामें के बाद सदन की कार्यवाही एक बजे तक स्थगित कर दी गयी।
शून्य काल शुरू होते ही कांग्रेस के गोंविद सिंह डोटासरा और अन्य लोगों ने खड़े होकर व्यवस्था का सवाल उठाते हुये आसन से इस मसले पर निर्णय देने की मांग की। इस दौरान सत्ता पक्ष की ओर से संसदीय कार्यमंत्री राजेन्द्र सिंह राठौड सहित कई सदस्यों ने खड़े होकर इस पर आपति की।
सत्ता पक्ष की ओर से कहा गया कि कांग्रेस के सदस्य अपने ही दल के लोगों को नही बोलने देना चाहते है। लेकिन डोटासरा लगातार बोलते रहे और व्यवस्था का सवाल करते हुये आसन से निर्णय देने की मांग करते रहे।
डोटासरा ने जोर-जोर से बोलते हुये कहा कि कांग्रेस के सदस्य रमेश मीणा ने पूर्व जलदाय मंत्री किरण माहेश्वरी कोे पर्ची दी थी। इसी पर्ची को माहेश्वरी ने 27 मार्च को जलदाय मंत्री सुरेन्द्र गोयल को दी थी और उन्होंने विभाग को पर्ची देकर जवाब दिया था।
डोटासरा के इतना कहते ही सदन में जोरदार हंगामा हुआ। सत्ता पक्ष की ओर से संसदीय कार्यमंत्री राजेन्द्र सिंह राठौड, सचेतक मदन राठौड , श्रीमती किरण माहेश्वर, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनीता भदेल सहित कई सदस्यों ने जोर दार विरोध किया।
हंगामें के बीच ही कांग्रेस के सदस्य वेल में आ गये और जोर-जोर से बोलने लगे। कांग्रेस के डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस के उप सचेतक रमेश मीणा ने पर्ची तत्कालीन जलदाय मंत्री के अलावा आसन को भी दी गयी थी।
ऐसे में अब निर्णिय फ्रीज करके रखने की कोई जरूरत नही है और आसन को अब निर्णिय दे देना चाहिये। शोर शराबे के बीच विधानसभा अघ्यक्ष कैलाश मेघवाल ने सदस्यों से शांति बनाये रखने का आग्रह किया, लेकिन सदन में लगातार शोर शराबा और हंगामा होते रहने के कारण सदन की कार्यवाही एक बजे तक स्थगित कर दी गयी।


