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मार्बल फैक्ट्री का निरीक्षण करने पहुंचे मंत्री

रायपुर ! उरला औद्योगिक क्षेत्र में गुरुवार को श्रममंत्री भैय्यालाल राजवाड़े औचक निरीक्षण पर निकले। इस क्षेत्र में पत्थरों से मार्बल बनाने की फैक्ट्री है।

मार्बल फैक्ट्री का निरीक्षण करने पहुंचे मंत्री
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श्रम मंत्री भईय्यालाल राजवाडे के उरला में दबिश देने से मचा हडक़ंप, फैक्ट्रियों में मिली खामियां
रायपुर ! उरला औद्योगिक क्षेत्र में गुरुवार को श्रममंत्री भैय्यालाल राजवाड़े औचक निरीक्षण पर निकले। इस क्षेत्र में पत्थरों से मार्बल बनाने की फैक्ट्री है। दोपहर श्री राजवाड़े श्रम विभाग के अधिकारियों व चिकित्सकों के साथ सबसे पहले गोल्डन रिफेक्ट्रीज में दबिश दी। यहां पर कई खामियां मिली। मंत्री के निरीक्षण की खबरलगते ही फैक्ट्री प्रबंधक सतर्क हो गए। श्री राजवाड़े जब निरीक्षण करने गरूण इस्ताप में पहुंचे तो वहां मजदूरों को हटा दिया गया। प्रबंधक ने बताया कि दो दिनों से लेबर समस्या के चलते फैक्ट्री बंद है। इस पर श्री श्रम मंत्री काफी नाराज हुए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि श्रमिकों को सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराए जाएं अन्यथा उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि सुरक्षा मानकों का पालन नहीं करने वाली फैक्ट्रियों को बंद किया जाए।
उरला क्षेत्र में पत्थरों को पीसकर मार्बल बनाने की फैक्ट्री है। इसके डस्ट से यहां काम करने वाले श्रमिक लगातार बीमार हो रहे हैं। मजदूरों को सुरक्षा उपकरण प्रबंधन द्वारा मुहैय्या नहीं कराया जाता है। इन कारखानों में काम करने वाले श्रमिकों को सिलिकोसिस बीमारी होने की संभावना बनी रहती है। इस संबंध में मिल रही शिकायतों को देखते हुए श्रम मंत्री आज वहां अचानक निरीक्षण के लिए पहुंच गए। इससे हडकंप मच गया। इसके अलावा श्रममंत्री निको जायसवाल फैक्ट्री पहुंचे। वहां सुरक्षा का मुआयना किया। परिसर में स्थित अस्पताल को देखा। प्रबंधन ने आपात स्थिति के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था कर रखी है। जो केवल निको जायसवाल के कर्मियों के लिए है। श्रममंत्री ने निर्देश दिया कि एम्बुलेंस को फैक्ट्री परिसर के बाहर रखा जाए ताकि जरूरत पडऩे पर अन्य उद्योगों पर इसका उपयोग कर सके। उन्होंने सुझाव दिया कि एम्बुलेंस सेवा के लिए मोबाइल नंबर भी जारी किया जाए। गुरुवार को निरीक्षण के दौरान पत्थर से मार्बल बनाने वाली फैक्ट्री में कई खामियां नजर आई। सुरक्षा नियमों के अलावा श्रमिकों का पूरा ब्यौरा नहीं रखा जाता है। मंत्री के औचक निरीक्षण की खबर लगने से फैक्ट्री प्रबंधन पहले ही सतर्क हो गए थे।
श्रम मंत्री भईया लाल राजवाड़े ने आज राजधानी रायपुर के औद्योगिक क्षेत्र बिरगांव के गोल्डन रिफ्रेक्ट्रीज प्राईवेट लिमिटेड, सिलतरा फेस-दो स्थित गरूड़ा इस्पात प्राईवेट लिमिटेड और जयसवाल निको इंडस्ट्रीज प्राईवेट लिमिटेड का निरीक्षण किया। इस मौके पर श्रम आयुक्त अविनाश चम्पावत और कर्मचारी राज्य बीमा निगम के डॉ. भसीन सहित श्रम विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। राजवाड़े ने इन संस्थानों में श्रमिकों की उपस्थिति पंजी, श्रमिकों को उनके कार्य के दौरान सुरक्षा के लिए दी जाने वाले सुरक्षा उपकरणों और संस्थानों द्वारा श्रमिकों को दी जाने वाली चिकित्सा सुविधा के संबंध में जानकारी लिए। राजवाड़े ने इन संस्थानों के श्रमिकों से रूबरू चर्चा की और उन्हें संस्थानों द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। श्री राजवाड़े ने कहा कि जिन कारखानों में पत्थरों को तोडक़र पाउडर बनाया जाता है, ऐसे कारखानों में काम करने वाले श्रमिकों को सिलिकोसिस बीमारी होने की संभावना बनी रहती है, जो एक गंभीर बीमारी है। इस तरह की बीमारियों से बचाव के लिए संस्थानों द्वारा की गई व्यवस्था के अवलोकन के लिए ऐसे कारखानों का निरीक्षण किया जा रहा है। कर्मचारी राज्य बीमा निगम के डॉ. भसीन ने बताया कि डॉ. भीमराव अंबेडकर अस्पताल में सिलिकोसिस बीमारी की इलाज के लिए एक अलग से तीन बिस्तरों वाला ओपीडी खोला गया है, जहां पर श्रमिकों की नियमित जांच की जा रही है।
श्रमिकों को सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराने दिए निर्देश


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