शिक्षकों की कमी व जर्जर शाला भवनों के मुद्दे पर घिरे शिक्षा मंत्री
रायपुर ! प्रदेश में राज्य सरकार द्वारा संचालित स्कूलों-आश्रम और छात्रावासों को बदहाली का मामला आज विधानसभा में पक्ष विपक्ष के सदस्यों ने उठाया।

रायपुर ! प्रदेश में राज्य सरकार द्वारा संचालित स्कूलों-आश्रम और छात्रावासों को बदहाली का मामला आज विधानसभा में पक्ष विपक्ष के सदस्यों ने उठाया। सदस्यों के सवालों से शिक्षा मंत्री केदार कश्यप घिर गए। उन्होंने सदस्यों को विश्वास दिलाया कि जर्जर भवनों की शीघ्र मरम्मत की जाएगी। इसी तरह स्कूलों में शिक्षकों की कमी को लेकर कहा अगले सत्र से भर्ती की जाएगी। इससे उनकी शिकायत दूर हो जाएगी।
सत्तापक्ष के विधायक शिवरतन शर्मा ने सबसे पहले प्रश्नकाल में यह मुद्दा उठाया। उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत जिला बलौदाबाजार-भाटापारा के प्राथमिक, मीडिल, हाई एवं हायर सेकेण्डरी स्कूलों में शिक्षकों की कर्मी का मामला उठाते हुए कहा कि एक ओर शासन प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने का प्रयास किया जा रहा है, वहीं दूसरी और शिक्षकों की कमी के चलते पढ़ाई नहीं हो पा रही है। उन्होंने मंत्री से जानना चाहा कि शासन शिक्षकों की कमी की पूर्ती व्यवस्था कैसे और कब तक किया जाएगा। इसके जवाब में स्कूल शिक्षा मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि पिछले 13 वर्षों में 92 हजार शिक्षकों की भर्ती की गई है। उन्होंने स्वीकार किया कि प्रदेश में 53 हजार पद रिक्त है और विषयवार फिजिक्स, अंग्रेजी, गणित आदि विषयों के शिक्षकों की कमी है। लेकिन इसके बावजूद हम शिक्षकों की कमी को निरंतर दूर करने का प्रयास कर रहे है। शिवरतन शर्मा ने कहा कि दूरस्थ अंचलों के साथ नगरीय निगम क्षेत्रों में भी शिक्षकों की कमी है। 8-10 साल से नगरीय निगम क्षेत्रों में शिक्षकों की भर्ती पर रोक लगी हुई है, ऐसे में शिक्षा की गुणवत्ता कैसे सुधरेगी। शिक्षा का गुणवत्ता सुधारने के लिए भर्ती के लिए समय-सीमा निर्धारित करना होगा। उन्होंने कहा कि क्या सत्र 2017-18 में बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में शिक्षकों के रिक्त सभी पदों पर भर्ती कर दी जाएगी। इसके जवाब में स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि हम आगामी शिक्षा सत्र तक प्रयास करेंगे कि ज्यादा से ज्यादा शिक्षकों की भर्ती की जाए पर यह संभव नहीं है कि उक्त समयावधि में सभी रिक्त पदों में भर्ती की जा सके।
कांग्रेस सदस्य लालजीत सिंह राठिया ने भी अपने प्रश्र में विधानसभा क्षेत्र धरमजयगढ़ में जनवरी 2017 तक की स्थिति तक कितने जर्जर स्कूल, छात्रावास, आश्रम का मामला उठाया। इसके जवाब में मंत्री श्री कश्यप ने बताया कि उक्त प्रश्रावधि में 14 छात्रावा, 2 आश्रम तथा 14 स्कूल भवन विहीन है तथा 13 स्कूल भवन जर्जर एवं 22 स्कूल भवन अति जर्जर अवस्था में है। उन्होंने यह भी बताया कि वर्ष 2015-16से 2016-17 में जनवरी 2017 की स्थिति में नवीन भवन निर्माण एवं अति जर्जर, जर्जर भवनों के लिए कोई राशि स्वीकृत नहीं की गई है। कांग्रेस सदस्य ने कहा कि जब सभी स्कूल, आश्रम जर्जर रहेंगे तो बच्चों का भविष्य कैसे उज्जवल होगा। उन्होंने मंत्री से पूछा कि क्या नये भवनों का निर्माण करेंगे। मंत्री ने कहा कि जो जर्जर भवन है वे मामूली रूप से जजर्र है जिसे मरम्मत करके ठीक कर लिया जाएगा, वहीं अति जर्जर भवनों को बंद कर दिया गया है।
भाजपा सदस्य श्रीमती केराबाई मनहर ने भी सारंगढ़ विधानसभा क्षेत्र में शिक्षकों की कमी का मामला उठाया। उन्होंने मंत्री से पूछा कि रिक्त पदों पर कब तक भर्ती की जाएगी। इसके जवाब में भी मंत्री ने कहा कि आगामी सत्र में शिक्षकों की भर्ती करने का प्रयास किया जाएगा।


