किसानों को उपज का मिलेगा राष्ट्रीय बाजार मूल्य
रायपुर ! प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक राष्ट्र-एक बाजार की परिकल्पना के अनुरूप अब छत्तीसगढ़ की चौदह कृषि उपज मंडियां राष्ट्रीय कृषि बाजार व्यवस्था से जुड़ गई हैं।

कृषि मंत्री ने मंडियों में किया ऑनलाइन खरीदी-बिक्री का शुभारंभ
रायपुर ! प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक राष्ट्र-एक बाजार की परिकल्पना के अनुरूप अब छत्तीसगढ़ की चौदह कृषि उपज मंडियां राष्ट्रीय कृषि बाजार व्यवस्था से जुड़ गई हैं। कृषि मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने राष्ट्रीय कृषि बाजार व्यवस्था के दूसरे चरण में आज कृषि उपज मंडी समिति रायपुर प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में रायपुर, बालोद, धमतरी, दुर्ग, जगदलपुर, मुंगेली, राजिम, बिलासपुर और रायगढ़ की मंडियों में ई-टेऊडिंग का शुभारंभ किया।
देश भर की कृषि उपज मंडियों को राष्ट्रीय कृषि बाजार व्यवस्था से जोडऩे की योजना के प्रथम चरण में 19 अक्टूबर 2016 से राज्य की पांच मंडियों राजनांदगांव, भाटापारा, कवर्धा, नवापारा और कुरूद मंडियों में ई-टेऊडिंग व्यवस्था शुरू हो गई थी। इन पांचों मंडियों में कृषि उत्पादों की ऑनलाईन खरीदी-बिक्री उसी समय से चल रही है। कृषि मंत्री श्री अग्रवाल ने प्रथम चरण में नवापारा की कृषि उपज मंडी में आयोजित समारोह में शामिल होकर ई-टेऊडिंग का शुभारंभ किया था। कृषि उपज मंडी रायपुर में आयोजित समारोह की अध्यक्षता छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष एवं विधायक देवजी भाई पटेल ने की। विशेष अतिथि के रूप में उत्तर रायपुर क्षेत्र के विधायक श्रीचन्द सुन्दरानी, छत्तीसगढ़ भवन एवं सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल के अध्यक्ष मोहन एंटी समारोह में शामिल हुए। छत्तीसगढ़ किसान आयोग के सदस्य रामकृष्ण धीवर, छत्तीसगढ़ कृषि मंडी बोर्ड के प्रबंध संचालक नरेन्द्र शुक्ला सहित मंडी बोर्ड के अधिकारी-कर्मचारी भी उपस्थित थे। कृषि मंत्री श्री अग्रवाल ने इस अवसर पर अपने उद्बोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शपथ लेने के दूसरे दिन से ही किसानों की खुशहाली के लिए काम करना शुरू कर दिया है। केन्द्र सरकार ने खेती को फायदे का व्यवसाय बनाने के लिए अनेक कार्यक्रम शुरू किए हैं। प्रधानमंत्री ने वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य बनाया है। इस लक्ष्य को पाने के लिए राष्ट्रीय कृषि बाजार व्यवस्था शुरू की गई है। इसके लिए छत्तीसगढ़ की चौदह मंडियों का चयन किया गया है।
राष्ट्रीय कृषि बाजार व्यवस्था के अंतर्गत ई-टेऊडिंग सिस्टम से एक मंडी से ही किसान देश के किसी भी व्यापारी को बेहतर से बेहतर कीमत पर अपनी उपज बेच सकते हैं। व्यापारियों को अपनी पसंद के अनुरूप देश की किसी भी मंडी से कृषि उपजों की खरीदी की सुविधा होगी। कृषि उत्पादों की ऑन लाइन खरीदी-बिक्री से किसानों और व्यापारियों को फायदा होगा। कृषि मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि ई-टेऊडिंग सिस्टम में सबसे पहले कृषि उत्पादों की ग्रेडिंग होती है, उसके बाद उनकी न्यूनतम कीमत तय की जाती है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के किसानों को अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए धान की खेती के साथ-साथ फल-फूलों और साग-सब्जी की खेती को और अधिक अपनाने की जरूरत है। किसान यदि खेती से जुड़े अन्य कार्यो जैसे-पशुपालन और मछली पालन का काम करते हैं, तो उनकी आय बढ़ेगी। खेती किसानी का काम साल भर चलना चाहिए। एक फसल लेने से किसानों का भला नहीं होगा।
विधायक देवजी भाई पटेल ने कहा कि राष्ट्रीय कृषि बाजार व्यवस्था किसानों को खुशहाल बनाने की दिशा में मिल का पत्थर साबित होगी। यह किसानों और व्यवसायियों के लिए लाभदायक है। किसान अपने उत्पादों को अच्छी कीमत में बेच सके इसके लिए यह अच्छा प्रयास है। छत्तीसगढ़ की चौदह कृषि उपज मंडियों में ऑन लाइन खरीदी-बिक्री शुरू होना, इन मंडियों के इतिहास में नया अध्याय जुडऩे के समान है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार के साथ-साथ प्रदेश सरकार ने किसानों और खेतिहर मजदूरों की भलाई के लिए अनेक योजनाएं शुरू की है। किसान इन योजनाओं का लाभ उठाएंगे तो निश्चित रूप से किसानों की आय बढ़ेगी। विधायक श्री सुन्दरानी ने राष्ट्रीय कृषि बाजार व्यवस्था और ई-टेऊडिंग को किसानों और व्यापारियों के लिए सौगात बताया। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था के दूसरे चरण में समय से पहले ही छत्तीसगढ़ की नौ कृषि उपज मंडियों को जोडऩे का सराहनीय कार्य किया गया है। छत्तीसगढ़ किराना व्यापारी संघ के अध्यक्ष श्री पोहूमल ने कृषि उपज मंडियों में कोल्ड स्टोरेज और गोदाम बनाने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि इससे किसानों और कृषि उपज व्यापारियों को लाभ मिलेगा।
कृषि मंत्री श्री अग्रवाल ने कृषि उपज मंडी रायपुर में राष्ट्रीय कृषि बाजार व्यवस्था के तहत बनाये गए ई-नीलामी हॉल और ग्रेडिंग लेब का शुभारंभ भी किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में किसान, व्यवसायी और मंडी में काम करने वाले हमाल, रेजा तथा तौलईया कर्मचारी भी शामिल हुए।
5 मंडियों में हुआ 56 करोड़ 20 लाख का सौदा
प्रदेश के कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने बताया कि राष्ट्रीय कृषि बाजार से प्रथम चरण में जुड़े राज्य के भाटापारा, कवर्धा, कुरुद, नवापारा, राजनांदगांव मंडियों से किसानों और व्यापारियों ने उपज की खरीदी बिक्री की है। उन्होंने धान,चना, सोयाबीन,तुअर आदि का सौदा आनलाइन किया। जानकारी के मुताबिक इन प्रथम चरण की स्वीकृत मंडियों में 56 करोड़ 20 लाख 94 हज़ार रुपये के अनाजों का सौदा हुआ है।


