कांग्रेस का काम रोको प्रस्ताव अग्राह्य, हंगामा,आबकारी विधेयक का विरोध
रायपुर ! धान खरीदी में अव्यवस्था व किसानों को 300 रूपए बोनस देने की मांग को लेकर कांग्रेस द्वारा लाए गए कामरोको प्रस्ताव को आसंदी ने अग्राह्य कर दिया।

रायपुर ! धान खरीदी में अव्यवस्था व किसानों को 300 रूपए बोनस देने की मांग को लेकर कांग्रेस द्वारा लाए गए कामरोको प्रस्ताव को आसंदी ने अग्राह्य कर दिया। इससे आक्रोशित कांग्रेस विधायकों ने आज विधानसभा में जमकर हंगामा किया। खाद्य मंत्री पुन्नूलाल मोहिले के जवाब से असंतुष्ट होकर कांग्रेसी सदस्य नारेबाजी करते हुए गर्भगृह में आए जिससे नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव, भूपेश बघेल सहित 31 विधायक स्वमेव निलंबित हो गए। इसके पूर्व हंगामा के चलते सदन की कार्रवाई 10 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।
प्रश्नकाल के बाद सदस्य भूपेश बघेल, धनेन्द्र साहू ने यह मामला उठाते हुए धान खरीदी में भारी अव्यवस्था हुई है, बारदाना की कमी के चलते 10 दिनों तक खरीदी प्रभावित रही। जिसमें बस्तर के किसानों को 3 रूपए प्रतिकिलो की दर से धान बेचना पड़ रहा है। उन्होंने कहा प्रदेश में इस वर्ष धान की बंफर पैदावार हुई है। ज्यादा धान नहीं खरीदना पड़े इसलिए पंजीयन की व्यवस्था की गई, अब तक किसानों को धान का भुगतान भी नहीं किया गया है। धनेन्द्र साहू ने तौलाई में गड़बड़ी का आरोप लगाया। आसंदी ने कामरोको प्रस्ताव पर सरकार की ओर से जवाब आने के बाद इसे अग्राह्य कर दिया। नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने आसंदी से इस पर पुर्नविचार की मांग करते हुए कहा कई तरह की गड़बड़ी व अव्यवस्था से किसानों का धान नहीं खरीदा गया। राशन कार्ड निरस्त होने के डर से भी किसानों ने धान नहीं बेचा। धनेन्द्र साहू ने आरोप लगाया कि फर्जी पंजीयन कराकर पड़ोसी राज्यों से धान लाकर यहां बेचा जा रहा है। स्थगन अग्राह्य करने पर कांग्रेस सदस्य नारेबाजी करते हुए गर्भगृह में आ गए। नारेबाजी के बीच सरकार की ओर से कई विधेयकों को सदन के पटल पर रखा गया। अमित जोगी, आरके राय व सियाराम कौशिक इसमें शामिल नहीं हुए। नारेबाजी व हंगामा के चलते अध्यक्ष ने गर्भगृह में आने वाले सभी सदस्यों के स्वमेव निलंबित करने घोषणा की। इसके बाद सदन की कार्रवाई 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई।
धान खरीदी में किसानों को 10 हजार 317 करोड़ का भुगतान: मोहिले
खाद्य मंत्री पुन्नूलाल मोहिले ने स्थगन प्रस्ताव का जवाब देते हुए कहा धान खरीदी के लिए सभी पर्याप्त इंतजाम किए गए है। धान बेचने वाले कृषकों को 10 हजार 317 करोड़ का भुगतान किया गया है। केवल वास्तविक किसानों से धान खरीदी के उद्देश्य से किसान पंजीयन की व्यवस्था अपनाई गई है। प्रदेश में खरीफ विपणन वर्ष 2016-17 में 14 लाख 51 हजार किसानों द्वारा समर्थन मूल्य पर धान के विक्रय के लिए पंजीयन कराया गया जो विगत 3 वर्षों में सर्वाधिक है। कोचियो एवं बिचौलियों द्वारा धान की बोकस बिक्री रोकने के लिए पहली बार किसानों का आधार नंबर पंजीयन के दौरान लिया गया। कुल 14 लाख 51 हजार किसानों में से 13 लाख 84 हजार अर्थात 95 प्रतिशत, किसानों आधार नंबर सफलता पूर्व किसान डाटाबेस में दर्ज कराया गया। पंजीयन के पश्चात धान खरीदी केन्द्रों में धान लाकर बेचने की जिम्मेदारी किसानों की होती है। वर्तमान खरीफ विपणन वर्ष सहित पिछले 5 वर्षों ेमें सबसे अधिक संख्या में किसानों द्वारा धान सहकारी समितियों को बेचा गया है।
धान खरीदी के अंतिम दिन खरीदी केन्द्रों में विक्रय हेतु लाए गए 14 हजार 9 सौ 32 किसानों को धान की पर्ची जारी की गई। धान खरीदी अवधि के अंतिम दिवस 31 जनवरी 2017 के बाद भी आगामी तीन दिवसों तक इस धान की तौलाई कर कृषकों को धान विक्रय करने का अवसर दिया गया।
अमित, राय, कौशिक ने सदन में छिडक़ा गंगाजल, निलंबित
विधानसभा में बुधवार को हंगामे के बीच मंत्री अमर अग्रवाल ने आबकारी संशोधन विधेयक पेश किया। मरवाही विधायक अमित जोगी ने इसका विरोध करते हुए कहा विधेयक लाने से सदन अपवित्र हो गया है। इसके बाद अचानक अमित जोगी, आरके राय व सियाराम कौशिक गर्भगृह में आकर गंगाजल छिडक़ने लगे। उन्होंने मुख्यमंत्री रमन सिंह व अन्य मंत्रियों पर गंगाजल छिडक़ते हुए कहा शराब का अध्यादेश लाकर सरकार ने लोकतंत्र के मंदिर को दूषित किया है। लिहाजा वे मंदिर का शुद्धिकरण कर रहे हैं। संसदीय कार्यमंत्री अजय चंद्राकर व प्रेमप्रकाश पांडेय ने उनकी इस हरकत का विरोध किया।
इस मामले में विधानसभा अध्यक्ष ने तीनों विधायकों को निलंबित कर दिया। इस दौरान कांग्रेसी सदस्य खामोश रहे। संसदीय कार्य मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा वे गंगाजल कहा से लेकर आए इसकी भी जांच होनी चाहिए। उन्होंने तीनों विधायकों पर करने मांग की। शिवरतन शर्मा ने कहा राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान अमित जोगी हाथ में तख्ती लहरा रहे थे। उनके आज के वही आज घटना संदीय परंपरा के विपरित है। देवजी पटेल, नवी मार्कण्डेय ने भी कहा सदन में इस तरह की हरकत उचित नहीं है। उन्होंने अमित जोगी व अन्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए व्यवस्था देने का आग्रह आसंदी से किया। मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा इस तरह सदस्य कोई ज्वलनशील पदार्थ लेकर आ सकते है इसलिए उन पर कार्रवाई की जाए। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा वे इस मामले में व्यवस्था देंगे। उन्होंने कहा संसदीय कार्यमंत्री प्रस्ताव ला सकते हैं।


