जनता से संवाद बनाए रखने का सहज माध्यम लोक सुराज : रमन
रायपुर ! प्रदेश सरकार का लोक सुराज अभियान कल 3 अप्रैल से शुरु होगा, 20 मई तक चलेगा। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में आज अपने निवास में अखबारों के संपादक एवं वरिष्ठ पत्रकारों से चर्चा की।

रायपुर ! प्रदेश सरकार का लोक सुराज अभियान कल 3 अप्रैल से शुरु होगा, 20 मई तक चलेगा। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में आज अपने निवास में अखबारों के संपादक एवं वरिष्ठ पत्रकारों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि लोग जब इतनी गर्मी में तापमान जानने आतुर रहते है तब मैं घर से बाहर निकलकर लोगों का हालचाल एवं समस्याओं का निराकरण करता हूं। डॉ. सिंह ने बताया कि इस अभियान के तहत मैं 27 समाधान शिविरों में जाऊंगा और 20 जिला मुख्यालयों में समीक्षा बैठकें भी लूंगा। वहां रात रूककर स्थानीय जनप्रतिनिधियों और मीडिया प्रतिनिधियों से भी मिलूंगा।
डॉ. सिंह ने कहा-यह अभियान सुशासन और विकास की राह पर सरकार और जनता के बीच लगातार संवाद बनाए रखने का एक सहज-सरल माध्यम है। उन्होंने कहा-प्रदेश में वर्ष 2005 से ग्राम सुराज अभियान और वर्ष 2012 से नगर सुराज अभियान संचालित किया गया। इन अभियानों में अभूतपूर्व जनभागीदारी देखने को मिली। अब इन दोनों अभियानों को मिलाकर वर्ष 2015 से लोक सुराज अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा-मेरी यह मान्यता है कि जनता के लिए योजनाओं का निर्माण हम अपने मंत्रालय या दफ्तरों के एयर कंडीशन्ड कमरों में बैठकर नहीं कर सकते। इसके लिए हमें जनता के बीच जाना होता है और चौपालों में, कहीं पेड़ों की छांव में, तो कहीं गली-मोहल्लों में किसानों, मजदूरों, महिलाओं, बच्चों और आम नागरिकों के बीच बैठकर उनकी जरूरतों को समझना और महसूस करना पड़ता है। इस दृष्टि से हमारे ये अभियान निश्चित रूप से काफी कामयाब रहे हैं। सरकार को नई-नई योजनाएं बनाने की प्रेरणा इन अभियानों में जनता से ही मिली है। डॉ. सिंह ने इस सिलसिले में गरीबों को खाद्य सुरक्षा कानून बनाकर भोजन का अधिकार दिलाने के लिए शुरू की गई मुख्यमंत्री खाद्यान्न सहायता योजना, किसानों को शून्य ब्याज दर पर ऋण सुविधा, पांच हार्सपावर तक सिंचाई पम्पों के लिए सालाना 7500 यूनिट नि:शुल्क बिजली, मुख्यमंत्री बाल हृदय सुरक्षा योजना, हाईस्कूल स्तर की बालिकाओं के लिए सरस्वती साईकिल योजना, बुजुर्गों के लिए नि:शुल्क तीर्थ यात्रा योजना, तेन्दूपत्ता संग्राहकों के लिए चरणपादुका योजना सहित कई योजनाओं की प्रेरणा हमें इन अभियानों से मिली है। प्रदेश के 45 लाख लोगों को स्मार्ट फोन देने के लिए हम लोग मुख्यमंत्री संचार क्रांति योजना (स्काई) भी शुरू करने जा रहे हैं।
डॉ. सिंह ने कहा कि इस बार का लोक सुराज अभियान कुछ बदले हुए स्वरूप में तीन चरणों में आयोजित किया गया है। प्रथम चरण में 26 फरवरी से 28 फरवरी तक ग्राम पंचायतों के स्तर पर और शहरी निकायों में वार्ड स्तर पर आवेदन संकलन शिविर लगाए गए। इन शिविरों के अलावा समाधान पेटियां भी लगाई गई थी। इन शिविरों के जरिए सरकार स्वयं आवेदन लेने जनता के नजदीक पहुंची। हमने इस बार लोक सुराज अभियान को समाधान के लक्ष्य पर केन्द्रित किया है। उन्होंने बताया- आवेदन संकलन शिविरों में प्राप्त आवेदनों के निराकरण की कार्रवाई अभियान के दूसरे चरण में की गई। इसके लिए एक मार्च से दो अप्रैल तक आवेदनों का परीक्षण किया गया। व्यक्तिगत आवेदनों का निराकरण नियम प्रक्रिया के अनुसार किया गया है। मांगों से संबंधित आवेदनों का निपटारा बजट आवंटन की उपलब्धता के अनुसार किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि अभियान के तीसरे चरण में लोगों को उनके आवेदनों के निराकरण की स्थिति की जानकारी दी जाएगी। डॉ. सिंह ने कहा-इसके लिए प्रदेश भर में कल तीन अप्रैल से समाधान शिविरों का सिलसिला शुरू होने जा रहा है, जो 20 मई तक चलेगा। डॉ. सिंह ने कहा-प्रदेश भर में दो हजार 271 स्थानों पर समाधान शिविर लगाए जाएंगे। इनमें से 1361 शिविर ग्रामीण क्षेत्रों में कम से कम प्रत्येक दस ग्राम पंचायतों के बीच होंगे और 910 शिविरों का आयोजन शहरी क्षेत्रों में किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि इन समाधान शिविरों में लोगों को राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी जाएगी और यथासंभव उन योजनाओं का लाभ दिलाने का भी प्रयास किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि अभियान के प्रथम चरण में 26 फरवरी से 28 फरवरी तक आवेदन संकलित करने के लिए लगाए गए शिविरों में प्राप्त सभी आवेदनों का कम्प्यूटरीकरण करते हुए, उन्हें विभागवार, श्रेणीवार, कार्यवार तथा समस्यावार अलग-अलग चिन्हांकित किया गया है। जिन आवेदनों का निराकरण स्थानीय स्तर पर संभव हो सकता था, उनका वहीं पर निराकरण किया गया और जिनका निराकरण उच्च कार्यालयों से होना था, उसके लिए उन आवेदनों को वहां अग्रेषित किया गया है। डॉ. सिंह ने कहा-अभियान के दौरान प्रदेश सरकार के मंत्रीगण भी अपने-अपने प्रभार जिलों का दौरा करेंगे और विकासखण्डों में योजनाओं का निरीक्षण करने के बाद समीक्षा भी लेंगे। प्रभारी सचिवों को भी अभियान की अवधि में उनके प्रभार जिलों का दौरा करने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने इस बार के लोक सुराज अभियान में भी प्रदेशवासियों की सक्रिय भागीदारी का आव्हान किया। उन्होंने कहा-अभियान के सुचारू संचालन में सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों का भी बड़ा योगदान रहता है।


