15 मई से निकलेगी संविदा नियमितीकरण रथ यात्रा : अब नहीं तो कब की थीम पर कर्मचारी करेंगे विरोध-प्रदर्शन
सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप

रायपुर। छत्तीसगढ़ में सभी विभागों के संविदाकर्मी 15 मई से संविदा नियमितीकरण रथ यात्रा निकालने जा रहे हैं। इस रथयात्रा के माध्यम से श्अब नहीं तो कबश् की थीम पर प्रदेशभर के संविदा कर्मचारी सरकार के खिलाफ एकजुट होकर विरोध.प्रदर्शन करेंगे। यह प्रदर्शन छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी संघ के नेतृत्व में होगा।
जिसके तहत प्रदेश के 33 जिलों में कर्मचारी कलेक्टर और स्थानीय विधायकों से मुलाकात कर चुनाव के पहले कर्मचारियों से किए गए वादों को याद दिलाएंगे। यह रथयात्रा प्रदेश के सभी जिलों में 15 मई से शुरू होगी। जिसमें हर जिले में एक दिन श्संविदा नियमितीकरण रथ यात्राश् अब नहीं तो कब की थीम पर निकाली जाएगी। इसमें जिले के सभी संविदा कर्मी 1 दिन की छुट्टी लेकर धरना.प्रदर्शन करेंगे और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपेंगे।
महासंघ के प्रांताध्यक्ष कौशलेश तिवारी ने बताया कि वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जन घोषणा पत्र बनाकर हम सभी संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण का वादा किया था। इसके बाद चुनाव में भारी बहुमत से जीतकर कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में सरकार बनाई। तब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 14 फरवरी 2019 को कर्मचारियों के मंच पर आकर यह घोषणा की थी कि यह वर्ष किसानों का हैए अगला वर्ष आप कर्मचारियों का होगा लेकिन आज तक इस बात पर कभी अमल नहीं किया गया।
प्रांतीय कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सिन्हा ने कहा कि प्रदेश के संविदा कर्मचारियों के साथ कांग्रेस पार्टी ने अपना वादा आज तक पूरा नहीं किया। इस वादाखिलाफी से सरकार के हर विभाग का संविदा कर्मचारी आक्रोशित है। इस यात्रा का अंतिम जिला रायपुर होगाए जिसमें एक विशाल प्रदर्शन मांगों को लेकर किया जाएगा और सभी संविदा कर्मचारी साथियों का आह्वान करते हुए विरोध.प्रदर्शन को अनिश्चितकालीन आंदोलन का रूप दिया जाएगा। इसमें अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगाए जिसमें संविदा कर्मचारियों की यह मांग रहेगी कि मानसून सत्र में प्रस्तुत अनुपूरक बजट में अनिवार्य रूप से नियमितीकरण का अपना वादा सरकार पूरा करे।


