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राजोबाई और मितानिन राधा सोरी के घर पहुंचे मुख्यमंत्री

रायपुर ! मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह आज सवेरे राज्य के नक्सल हिंसा पीडि़त कोण्डागांव जिले में केशकाल के पास ग्राम पंचायत मुख्यालय कोदोभाट में हेलीकॉप्टर से अचानक पहुंचे,

राजोबाई और मितानिन राधा सोरी के घर पहुंचे मुख्यमंत्री
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नक्सल पीडि़त जिले के गांव में उतरा मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर
रायपुर ! मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह आज सवेरे राज्य के नक्सल हिंसा पीडि़त कोण्डागांव जिले में केशकाल के पास ग्राम पंचायत मुख्यालय कोदोभाट में हेलीकॉप्टर से अचानक पहुंचे, जहां उन्होंने अपने आत्मीय व्यवहार से लोगों का दिल जीत लिया। मुख्यमंत्री इस गांव में राजोबाई नामक महिला और मितानिन श्रीमती राधा सोरी के घरों में अचानक दस्तक दी। दरवाजा खोलने पर दोनों परिवार मुख्यमंत्री को सामने देखकर चकित रह गए और सहज-सरल ढंग से उनका आत्मीय स्वागत किया। राजोबाई अपनी दो बेटियों के साथ वहां रहती हैं।
मुख्यमंत्री ने उनके नन्हें से नाती विवेक को गोद में उठा लिया और उसे स्नेह के साथ आशीर्वाद देते हुए कहा कि यह कितना बहादुर बच्चा है। बिना के किसी संकोच के मेरी गोद में आ गया। मुख्यमंत्री जब उनके घर पहुंचे, तो राजोबाई और उनकी बेटियां भोजन के लिए चावल चुनने का काम कर रही थीं। डॉ. सिंह स्वास्थ्य सेवाओं के लिए गांव में तैनात मितानिन श्रीमती राधा सोरी के घर में उनके परिवार में लगातार हुए हादसों के बारे में सुनकर काफी द्रवित हो गए। मुख्यमंत्री को श्रीमती सोरी ने बताया कि कुछ समय पहले मेरे पति का और हाल ही में जवान बेटे का निधन हो गया है। बेटे के निधन से पहले उनकी पत्नी का भी निधन हो गया था।
मुख्यमंत्री ने श्रीमती सोरी के प्रति अपनी संवेदना और सहानुभूति प्रकट की और उन्हें हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। डॉ. सिंह ने मितानिन श्रीमती सोरी के पास उपलब्ध दवा पेटी में रखी दवाईयों को देखा। उनसे टीकाकरण, स्वास्थ्य बीमा योजना के स्मार्ट कार्ड और गांव के लोगों के लिए प्राथमिक चिकित्सा व्यवस्था की जानकारी ली। वे श्रीमती सोरी की कर्त्तव्य परायणता से काफी प्रभावित हुए। उन्होंने श्रीमती राजोबाई के घर टेलीविजन सेट, एलईडी बल्ब और रसोई गैस की व्यवस्था देखकर खुशी जताई। मितानिन श्रीमती राधा बाई को इंदिरा आवास मंजूर किया गया था, वे इस योजना के तहत निर्मित घर में निवास कर रही हैं।
लोक सुराज अभियान के तहत मुख्यमंत्री के अचानक कोदोभाट पहुंचने पर ग्रामीणों में आश्चर्य मिश्रित खुशी देखी गयी। कोदोभाट में अमराई की छांव में मुख्यमंत्री की चौपाल लगी, जहां उन्होंने ग्रामीणो को सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से पूछताछ कर गांव में इन योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति का भी जायजा लिया। डॉ. सिंह ने ग्रामीणों से चर्चा के बाद उनकी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए मौके पर ही कई निर्माण कार्यों की तत्काल मंजूरी दे दी। उन्होंने कहा- ग्राम पंचायत मुख्यालय कोदोभाट और उसके आश्रित ग्राम बयालपुर में दो सामुदायिक भवनों का निर्माण किया जाएगा और इसके लिए पांच-पांच लाख रूपए मंजूर किया जाएंगे। उन्होंने मनरेगा के तहत कोदोभाट-कोहकामेटा सडक़ निर्माण की भी स्वीकृति तत्काल प्रदान की दी। डॉ. सिंह ने मनरेगा के तहत ही गांव में दस सिंचाई कूप निर्माण की भी मंजूरी दी और कहा कि किसान इसके लिए आवेदन करें। उनके सफल कुंओं में सौर सुजला योजना के तहत सिंचाई पम्प दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने ग्राम पंचायत कोदोभाट के दो वार्डो में पेयजल व्यवस्था के लिए सोलर सिंचाई पम्प भी मंजूर करने की घोषणा की। अमराई में लगी चौपाल से लौटते समय मुख्यमंत्री ने पेड़ से आम तोडक़र तन्मय नामक एक बच्चे को दिया।


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