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दो सदस्यों को नोटिस जारी करने से चेम्बर में घमासान तेज

रायपुर ! चेम्बर की सामान्य सभा में हंगामा करने वाले दो सदस्यों को कारण बताओ ंनोटिस दिए जाने से चेम्बर की राजनीति गरमा गई है।

दो सदस्यों को नोटिस जारी करने से चेम्बर में घमासान तेज
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व्यापारी एकता पेनल व विरोधियों के बीच विवाद और गहराएगा
रायपुर ! चेम्बर की सामान्य सभा में हंगामा करने वाले दो सदस्यों को कारण बताओ ंनोटिस दिए जाने से चेम्बर की राजनीति गरमा गई है। इस मामले को लेकर आने वाले दिनों में सत्तारूढ़ व्यापारी एकता पेनल व विरोधी खेमा के बीच विवाद और गहरा सकता है। अनुशासन समिति हंमागा करने वालों पर कार्रवाई करती है तो यह मामला अदालत में जा सकता है। ट्रांसपोर्टरों की सदस्यता को लेकर घमासान मचा है। इसे देखते हुए शीघ्र ही चेम्बर के विरोध में ट्रांसपोर्टर भी सामने आ सकते हैं। अनुशासन समिति की बैठक अगले सप्ताह पुन: होगी जिसमें हंगामा करने वाले कुछ और सदस्यों पर कार्रवाई करने विचार किया जाएगा। इससे मामला और तूल पकड़ सकता है।
चेम्बर की सामान्य सभा में 13 अप्रैल को वर्तमान कार्यकारिणी में सदस्यता को लेकर संविधान में संशोधन का प्रस्ताव पेश किया था। इस दौरान विरोधी खेमा ने प्रस्ताव का जमकर विरोध किया। बताया जाता है कि चेम्बर के आगामी चुनाव को देखते हुए दोनों गुटों ने काफी संख्या में नए सदस्य बनाए हैं। इसका मुख्य मकसद नए सदस्यों के दम पर चेम्बर की सत्ता में काबिज होना है। दीपावली बाद होने वाले चेम्बर पदाधिकारियों के चुनाव में नए सदस्यों की भूमिका काफी अहम होगी। इसे देखते हुए विरोधी खेमा ने काफी संख्या में ट्रांसपोर्ट व्यवसाय से जुड़े लोगों को सदस्य बनाए हैं। इसको लेकर सत्ता पक्ष के पदाधिकारी विरोध कर रहे हैें। उनको आशंका है कि इसमें काफी मात्रा में बोगस सदस्य बनाए गए हैं। करीब साढ़े छह सौ नए आवेदन लंबित रखे गए हैं। संविधान संशोधन के बाद अब इन आवेदनों को खारिज करन ेकी तैयारी है। इसी को लेकर दोनों खेमा खुलकर आमने-सामने आ गए। रणनीति के तहत आमसभा में प्रस्ताव के दौरान हंगामा करवाया गया। ताकि विरोधी खेमा पर कार्रवाई की जा सके। अंतत: यही हुआ। सामान्य सभा में हंगामा करने वाले करीब आधा दर्जन सदस्य निशाने पर हैं। देशबन्धु ने अपने पिछले अंक में इस आशय का समाचार प्रकाशित किया था कि सामान्य सभा की बैठक हंगामेदार होगी जो सच साबित हुई। अनुशासन समिति की पहली बैठक हुई जिसमेंं केवल दो सदस्यों ठाकुर राजेश्वर सिंह व अमर पंजवानी को नोटिस जारी किया गया। समिति की दूसरी बैठक शीघ्र ही होगी। इसमें हंगामा करने वाले अन्य सदस्यों के विडियों फुटेज की जांच होगी। इसके बाद उन पर भी कार्रवाई का निर्णय लिया जाएगा। इसके पूर्व दोनों सदस्यों को नोटिस जारी किया गया है उसका जवाब आ जाएगा। सूत्रों की मानें तो आनेवाले दिनों में इस मुद्दे को लेकर दोंनों पैनल के बीच विवाद और गहरा सकता है। सामान्य सभा में ट्रांसपोर्टरों की सदस्यता को लेकर जो नियम बनाए गए हैं। उसका विरोध ट्रांसपोर्टर कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ ट्रांसपोर्ट आफ चेम्बर के पदाधिकारी नए नियम की खुलकर खिलाफत कर रहे हैं। इस संगठन से जुड़े ट्रांसपोर्टर चेम्बर पदाधिकारियों की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगा रहे हेै। उनका कहना है कि पूर्व अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी व पूरनलाल अग्रवाल के कार्यकाल में ट्रांसपोर्टररो ं को सदस्य बनाया गया था। ठीक चुनाव के पूर्व इस तरह का नियम थोपा जाना गलत है।
नोटिस का जवाब देंगे : पंजवानी
अनुशासन समिति द्वारा सोमवार को सामान्य सभा में हंगामा करने वाले ठाकुर राजेश्वर सिंह व अमर पंजवानी को नोटिस जारी किया गया था। मंगलवार को दोनों सदस्यों को नोटिस मिल गया है। देशबन्धु से चर्चा करते हुए अमर पंजवानी ने कहा कि 48 घंटे के अंदर जवाब देने कहा गया है। निर्धारित समय के भीतर फिर अपना जवाब समिति को सौंप देंगे।


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