डिप्टी जेलर गायब,निलंबन का नोटिस दरवाजे पर चस्पा
रायपुर ! सेंट्रल जेल रायपुर की डिप्टी जेलर वर्षा डोंगरे निलंबन के बाद से गायब है। जेल परिसर स्थित उनके सरकारी आवास पर ताला लगा हुआ है।

रायपुर ! सेंट्रल जेल रायपुर की डिप्टी जेलर वर्षा डोंगरे निलंबन के बाद से गायब है। जेल परिसर स्थित उनके सरकारी आवास पर ताला लगा हुआ है। लिहाजा उनके निवास पर निलंबन की नोटिस चस्पा कर दी गई है। निलंबन की प्रति उनके मूल निवास पर डॉक से भेजी जा रही है। वे इस समय कहां है किसी को जानकारी नहीं है।
वर्षा किसी का फोन रिसीव भी नहीं कर रही है। बस्तर के हालात को लेकर उन्होंने फेसबुक पर टिप्पणी की थी। सरकार ने इसे काफी गंभीरता से लेते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है, निलंबन अवधि में वर्षा डोंगरे को अंबिकापुर सेंट्रल जेल में अटैच किया गया है। ईमेल के जरिए भेजी गई छुट्टी आवेदन को भी शासन ने रद्द कर दिया है। छुट्टी निरस्त होने के बाद भी वे नदारत है।
डिप्टी जेलर के घर पर ताला लगा हुआ है। इसे देखते हुए जेल प्रशासन के कर्मचारियों ने दरवाजे पर दो नोटिस चस्पा कर दिया है। एक नोटिस में उन्हें निलंबित करने की सूचना है। वहीं दूसरे नोटिस में यह कहा गया है कि निलंबन के मूल पत्र को उनके मूल निवास के पते पर डाक से भेजा जा रहा है। सुकमा नक्सली हमले के बाद डिप्टी जेलर वर्षा डोंगरे ने राज्य सरकार के खिलाफ काफी विवादित टिप्पणी फेसबुक पर लिखी थी। सामान्य प्रशासन विभाग ने इसे सेवा नियमों के विपरित बताया था। शनिवार को ही निलंबित करने का आदेश जारी हो गया था।
वर्षा डोंगरे मूलत: कवर्धा की रहने वाली है। डीजीपी जेल गिरधारी नायक के द्वारा दिए गए नोटिस पर भी उन्होंने फेसबुक पर टिप्पणी की है जिससे विभाग के अधिकारी भी नाराज बताए जाते है।
गृहमंत्री रामसेवक पैकरा ने कहा था फेसबुक पर की गई टिप्पणी पर जारी नोटिस का जवाब नहीं देना अनुशासनहीनता के दायरे में आता है इसलिए उन्हें निलंबित किया गया है।
उन्होंने कहा था वर्षा डोंगरे के सोशल मीडिया पर की जा रही कथित टिप्पणियां माओवादी विचारधारा से प्रेरित नजर आ रही है, इस दिशा में भी जांच की जा रही है कि वर्षा डोंगरे कहीं माओवादियों के शहरी नेटवर्क का हिस्सा है।


