देवगांव हत्याकांड, सीबीआई जांच से इंकार पर हंगामा
रायपुर ! बिलासपुर जिले के देवगांव में दलित युवती की हत्या में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने का मामला आज विधानसभा में गूंजा।

रायपुर ! बिलासपुर जिले के देवगांव में दलित युवती की हत्या में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने का मामला आज विधानसभा में गूंजा। गृहमंत्री रामसेवक पैकरा विपक्षी सदस्यों के सवालों से घिर गए। गृहमंत्री यह नहीं बता पाए पाए मृतक युवती के साथ दुष्कर्म हुआ है या नहीं। इस मामले में उनके द्वारा गोलमोल जवाब दिए जाने पर प्रकरण की सीबीआई या स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराने व मृतक का दुबारा पोस्ट मार्टम करने की मांग की। गृहमंत्री ने सदस्यों की मांग को खारिज करते हुए कहा इसकी आवश्यकता नहीं है। उन्होंने आश्वासन दिया कि आरोपी शीघ्र पकड़े जाएंगे। उनके जवाब से असंतुष्ट अमित जोगी आरके राय व सियाराम कौशिक गर्भगृह में आकर नारेबाजी करने लगे। जिस पर वे निलंबित हो गए वहीं कांग्रेस सदस्य नारेबाजी व हंगामा करते हुए विरोध स्वरूप सदन से बहिर्गमन कर गए।
बसपा के केशव चन्द्रा व कांग्रेस विधायक दिलीप लहरिया ने ध्यानार्कषण सूचना के जरिए यह मामला उठाया था। उन्होंने कहा हत्या माह बाद भी आरोपियों का पता नहीं लग पाया है। पुलिस जांच पर संदेह करते हुए स्वतंत्र ऐजन्सी से जांच कराने मांग की गई। उनका आरोप था कि शराब कोचिया की भूमिका संदिग्ध है। पुलिस उसे बचाने का काम कर रही है। घटना के दिन जांच के लिए पहुंचे खोजी कुत्ता को भी गुमराह किया गया। घटना के दो दिन बाद इस प्रकरण में धारा 376 जोडऩे पर भी गृहमंत्री संतोषजनक जबाव नहीं दे पाए। उन्होंने पहले कहा कि परिवार के सदस्यों का दबाव था इसलिए धारा जोड़ी गई। लेकिन पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म का जिक्र नहीं है। इसमें गला दबाने से मौत होना बताया गया।
गृहमंत्री ने अपने जवाब में बताया अब तक 400 संदेहियों से पूछताछ की गई। 200 के बयान दर्ज किए गए है। 9 संदिग्धों का नार्को टेस्ट के लिए अनुमती ली गई है। जांच के लिए भोपाल के अधिकारियों को बुलाया गया है। दिलीप लहरिया ने आरोप लगाया कि खोजी कुत्ता को भटकाया गया। इसमें जांच प्रमाणित हुई है। उन्होंने कहा पुलिस से भरोसा उठ गया है। इसलिए सीबीआई से जांच कराई जाए। मंत्री पर सदन को गुमराह करने को भी आरोप लगाया। अमित जोगी ने पूरक प्रश्न में जानना चाहा कि मृतका के कपड़े व सायकल जो सबूत थे उसे परिवारों को वापस कर जांच प्रमाणित किया गया। भूपेश बघेल ने कहा यह संवेदनशील मामला है। उन्होंने दुबारा निकालकर पोस्र्ट मार्टम कराने मांग की।
इसके पूर्व मामला उठाते हुए केशव चन्द्र ने कहा थाना मस्तुरी की रहने वाली एक युवती अपने परिवार की जीवकोपार्जन हेतु एक मेडिकल स्टोर में काम करती थी। 7 जनवरी को जब मेडिकल स्टोर से घर वापस लौट रही थी रास्ते में अज्ञात लोगों के द्वारा युवती के साथ दुष्कृत कर उसकी हत्या कर दी गई। जिसकी रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई गई है। अपराधियों को आज पर्यन्त तक पुलिस द्वारा पकड़ा नहीं गया है। इस कारण क्षेत्र की महिला एवं जिला बिलासपुर की महिलाओं के साथ-साथ पूरे प्रदेश की महिलाएं अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रही है। प्रदेश में इस प्रकार की घटना महिलाओं के सााि होती आ रही है, लेकिन पुलिस विभाग के द्वारा कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है और न ही अपराधियों का पकड़ा गया है।
गृहमंत्री ने अपने लिखित वक्तव्य में बताया कि 7 जनवरी को पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। विवेचना के दौरान धारा 376 जोड़ी गई। प्रकरण की विवेचना श्रीमती अर्चना झा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, ग्रामीण बिलासपुर के नेतृत्व में 18 सदस्यी विशेष अनुसंधान टीम का गठन किया गया है। अपराधी की गिरफ्तारी कराने में सहायता व उसकी खबर देने हेतु पचास हजार रुपए नकद ईनाम की घोषणा की गई है। विवेचना में तीव्रता लाने पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज द्वारा गठित विशेष अनुसंधान टीम को पुलिस मुख्यालय द्वारा पुनर्गठित करते हुए जिला रायपुर के क्राईम ब्रांच निरीक्षक संजय सिंह एवं उप निरीक्षक गौरव तिवारी को सम्मिलित किया गया है। अज्ञात आरोपियों की तलाश हेतु हर संभव प्रयास किया जा रहा है। प्रकरण की विवेचना जारी है। महिला उत्पीडऩ के रोकथाम हेतु महिलाओं के लिए महिला थाना एवं महिला डेस्क, महिला परामर्श केन्द्र की स्थापना की गई है। रायपुर में वन स्टाप सेंटर की स्थापना की गई है। राज्य के सभी जिलों में महिला हेल्प लाईन नम्बर 1091 संचालित है, जो महिला उत्पीडऩ के रोकथाम हेतु लगातार कार्य कर रही है।


