डिप्टी जेलर वर्षा डोंगरे निलंबित
रायपुर ! बस्तर के हालातों को लेकर फेसबुक पर अपने पोस्ट से पूरे प्रशासनिक महकमे में हडक़ंप मचा देने वाली रायपुर सेंट्रल जेल की डिप्टी जेलर वर्षा डोंगरे को सरकार ने निलंबित कर दिया है।

बस्तर के हालात को फेसबुक में पोस्ट करने पर कार्रवाई
सरकार को शक-कहीं नक्सलियों के शहरी नेटवर्क का हिस्सा तो नहीं !
रायपुर ! बस्तर के हालातों को लेकर फेसबुक पर अपने पोस्ट से पूरे प्रशासनिक महकमे में हडक़ंप मचा देने वाली रायपुर सेंट्रल जेल की डिप्टी जेलर वर्षा डोंगरे को सरकार ने निलंबित कर दिया है। बताया जा रहा है कि बस्तर में सुरक्षाबलों की कायऱ्वाही और बस्तर के हालातों को लेकर फेसबुक पोस्ट करते हुए वर्षा डोंगरे ने सरकार की नीतियों पर सवाल उठाया था, जिसके बाद सरकार ने उन्हें कारण बताओं नोटिस जारी किया था। लेकिन वर्षा डोंगरे ने ना तो नोटिस का जवाब दिया और ना ही ड्यूटी ज्वाइन की।
6 मई तक ड्यूटी से नदारद होने की दलील के साथ शासन ने उन्हें निलंबित कर दिया। वर्षा पर जेल मैन्युअल की धारा 270 का उल्लंघन करने का आरोप है।
इससे पहले वर्षा डोंगरे के फेसबुक पोस्ट के मामले को सरकार ने गंभीरता से लिया था, जिसके बाद जेल प्रभारी आर आर राय की अध्यक्षता में जांच कमेटी का गठन किया गया था। इस मामले की जांच जारी है। उनकी पोस्ट को लेकर उन्हें नोटिस जारी करके जवाब तलब किया गया था।
सूत्र बताते हैं कि वर्षा डोंगरे ने सुकमा के बुर्कापाल नक्सल हमले के बाद माओवादियों और बस्तर को लेकर सरकारी नीतियों की खुली खिलाफत फेसबुक पोस्ट के जरिए की थी। उसके बाद प्रशासनिक महकमे में इस बात की चर्चा चल रही है कि कहीं वर्षा डोंगरे नक्सलियों के शहरी नेटवर्क का हिस्सा तो नहीं है? चर्चा ये भी कहती है कि इस दिशा में भी सरकार जांच कर सकती है। हालांकि इसकी पुष्टि फिलहाल किसी भी आला अधिकारी ने नहीं की है।
छत्तीसगढ़ में पीएससी के परीक्षाफल में गड़बड़ी को लेकर पहले उच्च न्यायालय और फिर सुप्रीम कोर्ट में सरकार को सुश्री डोंगरे कठघरे में खड़ी कर चुकी है। उनकी याचिका पर छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय ने 2003 में छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग परीक्षा में भर्ती और भ्रष्टाचार के मामले में नए सिरे से मेरिट लिस्ट तैयार करने और इसके बाद अपात्र लोगों को नौकरी से बर्खास्त करने के आदेश दिये थे।


