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बारिश ने बढ़ाई मुश्किलें, रोपा-बियासी में रुकावट

मानसून सक्रिय रहने के बावजूद कृषि कार्य के लिये पर्याप्त बारिश का पानी खेतों को नहीं मिल पा रहा है।

बारिश ने बढ़ाई मुश्किलें, रोपा-बियासी में रुकावट
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रायपुर। मानसून सक्रिय रहने के बावजूद कृषि कार्य के लिये पर्याप्त बारिश का पानी खेतों को नहीं मिल पा रहा है। इस वजह से किसानों की चिंता लगातार बढ़ते जा रही है।

वहीं कम पानी के कारण बियासी और रोपाई का काम अटक गया है। साथ में किसानों ने कहा है कि जल्द आने वाले दिनों में बारिश अच्छी नहीं हुई तो फसल बर्बाद हो सकती है। वहीं कई जिलों में अधिक बारिश के चलते फसल पर पानी अधिक होने का खतरा व फसल खराब होने का संकट मंडराने लगा है।

मौसम विभाग के वैज्ञानिकों ने बताया है कि राज्य के 27 जिलों में से अधिकांश जिलों में रूक रूककर बारिश हो रही है। उनका कहना था कि 2-3 दिनों के भीतर बारिश की रफ्तार बढ़ेगी और पर्याप्त पानी मिल पायेगा। लेकिन किसानों को भरोसा नहीं है। रोज नांगर व हल लेकर बियासी और रोपाई के कार्य के लिये निकलने की राह देख रहे किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीरें दिखने लगी है।

दुर्ग, रायपुर, बलौदाबाजार, भाटापारा, महासमुंद, बेमेतरा, सिमगा और बिलासपुर में फसल पर संकट लगातार मंडरा रहा है। कम वर्षा के कारण फसल पर कीट पतंगों के आक्रमण की संभावना के मद्देनजर किसान परेशान है। वे अपनी फसल को बचाने के लिये हर संभव छिड़काव कर रहे हैं। परंतु किसानों का कहना है कि जल्द पर्याप्त पानी खेतों को नहीं दिया गया तो विपरीत स्तितियों का सामना करना पड़ेगा। जिन किसानों के पास बोर वेल या पानी की सुविधा है वे किसी तरह से खेत में पानी पहुंचाकर फसल को बचाने के प्रयास में जुटे हुए है। यहां तक कि शहरी क्षेत्रों में अवर्षा के कारण वातावरण में उमस और बेचैनी है। लोग हलाकार परेशान दिखलाई दिख रहे है।

लेकिन बीच-बीच में रिमझिम बारिश से कुछ राहत मिल रही है। जलस्रोतों को पानी मिल गया है। नदियां और तालाब के जलस्तर में वृद्धि है परंतु खेत सूखे हैं। साथ में पानी की मांग को लेकर किसान शासन की तरफ रूख करते जा रहे है। कई जिलों के किसानों ने अपनी पीड़ा शासन तक पहुंचा दी है। किसानी कार्य नहीं होने के कारण किसान घर पर बैठे हुए है। सावन मास में अच्छे बारिश होने की संभावना ने किसानों के इरादों को फेल कर दिया है। वही वैज्ञानिकों का कहना है कि दक्षिण चक्रवात में दबाव का क्षेत्र कम होने के कारण बारिश तेज नहीं हो पा रही है। इसलिये जोरदार बारिश नहीं हुई है। लेकिन आने वाले दिनों में तेज बारिश हो सकती है।


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