उत्तराखंड में बारिश का कहर, हुई छह की मौत
उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश में विभिन्न स्थानों पर मकान, पशुशालायें और सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं तथा नदियों का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया

देहरादून। उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश में विभिन्न स्थानों पर मकान, पशुशालायें और सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं तथा नदियों का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया है।
मकान ध्वस्त होने के कारण अकेले चमोली जनपद में पांच महिलाओं और एक पुरुष सहित कुल छह लोगों की मौत हो गई और इसके साथ ही अनेक पशु भी काल का ग्रास बन गए।
राज्य आपदा परिचालन केंद्र के मुताबिक चमोली जनपद की तहसील घाट के ग्राम बाज बगड़ आली और लाठी गांव में बिजली गिरने से कई मकान और गौशालाएं पूरी तरह नष्ट हो गई। इस बीच, बाज बगड़ गांव में मकान गिरने से रूपा देवी (36) और उसकी छह महीने की पुत्री चन्दा की मौत हो गई। जबकि दो बैल, एक भैंस, दो गाय, एक बछड़ा और 40 बकरियों की भी मौत हो गई।
आली गांव में बिजली गिरने से भौरली (21) और लाखी गांव में शंकरलाल की दो पुत्रियां आरती और अंजली के साथ शंकर लाल का भतीजा अजय की मकान में दबकर मौत हो गई।
इसके अतिरिक्त मसलाधार बारिश के कारण राज्य के सभी 13 जनपदों में अधिकांश सड़क मार्ग क्षतिग्रस्त हो गए हैं। गंगा नदी खतरे के निशान से मात्र दो मीटर नीचे बह रही है। अन्य नदियों का भी जलस्तर खतरे के निशान के पास बह रहा है।
राज्य मौसम विभाग ने अगले 24 घण्टे में विभिन्न जनपदों में मध्यम से भारी बारिश होने की आशंका व्यक्त की है। जनपदों में पुलिस प्रशासन ने नदी, नालों के किनारे बसी बस्तियों को खाली करा दिया है।


