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रेलवे का नहीं होगा निजीकरण, विपक्षी कर रहे दुष्प्रचार : रेल मंत्री

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारतीय रेल का निजीकरण नहीं होगा, विपक्षी दल रेलवे के निजीकरण का दुष्प्रचार कर जनता को भ्रमित कर रहे हैं

रेलवे का नहीं होगा निजीकरण, विपक्षी कर रहे दुष्प्रचार : रेल मंत्री
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लखनऊ। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारतीय रेल का निजीकरण नहीं होगा, विपक्षी दल रेलवे के निजीकरण का दुष्प्रचार कर जनता को भ्रमित कर रहे हैं।

गुरूवार को भाजपा प्रदेश मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में वैष्णव ने कहा कि पटरी, इंजन, कोच, सिग्नल सिस्टम, लोको पायलट, गार्ड, स्टेशन सब कुछ रेलवे का है तो निजीकरण कैसे हो सकता है। उन्होंने कहा कि तेजस जैसी ट्रेनों का संचालन भी आईआरसीटीसी कर रही है जो कि भारत सरकार का उपक्रम है।

उन्होंने कहा कि रेलवे 53 प्रतिशत सब्सिडी पर लोगों को यात्रा कराती है ऐसे में कौनसी निजी कंपनी होगी जो रेलों का संचालन करना पसंद करेगी। मंत्री ने कहा कि रेलवे का निजीकरण कभी नहीं हो सकता है। रेलवे में खाली पदों के सवाल पर उन्होंने कहा कि रेलवे में अभी 12 लाख कार्मिक कार्यरत हैं। रेलवे का 45 हजार करोड़ रुपये पेंशन और 97 हजार करोड़ रुपये कार्मिकों के वेतन पर खर्च होता है। उन्होंने कहा कि इसके बाद भी 1.20 लाख पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेल यात्रा के अनुभव को बेहतर बनाया जाएगा। इसके लिए नए यात्री कोच तैयार किए जा रहे हैं, जो कि एयर शॉकर पर आधारित होंगे। इससे यात्रियों को यात्रा के समय आरामदायक सफर मिलेगा, वहीं दुर्घटना की संभावना कम होगी। माड्यूलर कोच को इस तरह डिजाइन किया जा रहा है कि वह कम से कम और अधिक से अधिक स्पीड पर सुरक्षित चलाया जा सके। सितंबर 2022 तक नए कोच लांच कर दिए जाएंगे।

अश्विनी वैष्णव ने कहा कि लखनऊ के चारबाग स्टेशन सहित सभी नौ स्टेशनों को विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि चारबाग स्टेशन को इस तरह आधुनिक बनाया जाएगा कि वह शहर की जनता के लिए पर्यटन का केंद्र बन जाएगा।

उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे उद्यमी भी रेल के जरिये माल का परिवहन करना चाहते हैं, लेकिन छोटे कंटेनर उपलब्ध नहीं होने के कारण उनका माल सुरक्षित नहीं पहुंच पाता था। रेलवे में अब छोटे उद्यमियों के लिए छोटे कंटेनर की व्यवस्था लागू की जा रही है। इससे खासतौर पर एमएसएमई से जुड़े उद्योगों को फायदा होगा।

वैष्णव ने कहा कि रेलवे देश में चार बाग स्टेशन सहित 300 स्टेशनों को आगामी 50 वर्ष की आवश्यकता के अनुरूप विकसित कर रहा है। उन्होंने कहा कि स्टेशन पर पेयजल, शौचालय, स्वच्छता, कैफेटेरिया, अच्छे रेस्तरां, पार्क, बच्चों के लिए झूले सहित अन्य आकर्षित सुविधाएं होंगी।


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