फ्लैक्सी फेयर को फिलहाल हटाने के मूड में नहीं रेलवे
राजधानी व दूरंतो एक्सप्रेस से कमाई बढ़ाने को लेकर शुरू की गयी फ्लैक्सी फेयर ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान लोकप्रिय रेलगाड़ियों में एक बार फिर प्रभावी साबित हुआ है

नई दिल्ली। राजधानी व दूरंतो एक्सप्रेस से कमाई बढ़ाने को लेकर शुरू की गयी फ्लैक्सी फेयर ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान लोकप्रिय रेलगाड़ियों में एक बार फिर प्रभावी साबित हुआ है। इसको देखते पूरे भारत में चलने वाली राजधानी, शताब्दी व दूरंतो एक्सप्रेस रेलगाड़ियों में फ्लैक्सी फेयर हटाने की तैयारियों की संभावनाएं धीरे-धीरे समाप्त होती जा रही हैं।
बता दें कि अधिकारी मानते हैं कि कुछ रेलगाड़ियों में जहां यात्री कम हुए हैं तो वहीं सामान्य से डेढ़ गुना अधिक किराया होने के कारण रेल यात्री हवाई सफर को प्राथमिकता दे रहे हैं।
हवाई यात्रा में पहले से ही फ्लैक्सी फेयर की योजना लागू है इसलिए यात्री की पहली प्राथमिकता कई रूट्स पर रेलगाड़ी ही होती है। इसके बाद बावजूद कई रूट्स पर हवाई संपर्क न होने के कारण भी रेलगाड़ियों को प्राथमिकता मिल जाती है। हां, पूर्व नियोजित लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों ने रेलगाड़ियों से दूरी जरूर बनाई है। कई रेलगाड़ियों में यात्रियों की संख्या में कमी दर्ज की जा रही है और अधिकारी मानते हैं कि पहले की तुलना में अब वेटिंग लिस्ट भी कम जा रही है।
रेलवे सूत्रों की मानें, तो कमाई की बजाय रेलवे की किरकिरी होते देख मंत्रालय ने बोर्ड को विचार कर फ्लैक्सी फेयर हटाने पर शुरूआत में विचार तो किया था लेकिन अब फ्लैक्सी फेयर हटाने और नहीं हटाने को लेकर रेलवे बोर्ड के अधिकारी दो भागों में बंट गये हैं।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रेलवे बोर्ड में अधिकारियों का एक वर्ग फ्लैक्सी लागू रहे, इसके पक्ष में हैं तो दूसरा खेमा चाहता है कि यदि किराए में वृद्घि करनी ही है तो सभी वर्गों में आठ से दस प्रतिशत किराया बढ़ा दिया जाए। हालांकि किसी भी प्रस्ताव पर फिलहाल कोई फैसला नहीं होता दिखता लेकिन रेलवे बोर्ड के अधिकारी मानते हैं कि फिलहाल फ्लैक्सी फेयर को हटाने की योजना पर कोई गंभीर प्रस्ताव नहीं है।


