रेलवे के 'हनुमान’ 'दशानन’को लगाएंगे गले
रेलवे सेफ्टी, तकनीक, जवाबदेही, पारदर्शिता, लक्ष्य आधारित कामकाज, समस्या के स्थायी हल, समयबद्घता, भागीदारियों के हितों की रक्षा व बेहतर वित्तीय प्रबंधन से पटरी पर आएगी

अनिल सागर
नई दिल्ली। रेलवे सेफ्टी, तकनीक, जवाबदेही, पारदर्शिता, लक्ष्य आधारित कामकाज, समस्या के स्थायी हल, समयबद्घता, भागीदारियों के हितों की रक्षा व बेहतर वित्तीय प्रबंधन से पटरी पर आएगी।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बातचीत में प्राथकिता गिनवाते हुए दावा किया कि सेफ्टी को देखते हुए पटरी बदलने पर आठ-दस हजार करोड़ खर्च किया जाएगा। रखरखाव के लिए नियमिति ब्लॉक दिए जाएंगे और रात को यह काम हों यह प्रबंध किए जाएंगे। समय पर रेलगाड़िय़ां चलें इसके लिए इसरो से सहायता लेंगे व 700 रेलगाड़ियों के समय को तर्कसंगत बनाएंगे और 48 एक्सप्रेस ट्रेन बनाकर सभी की गति बढ़ाएंगे। इसके बाद एक नवम्बर को आने वाले समय सारणी से ही सुधार दिखने लगेंगे।
राजधानी, शताब्दी में फ्लैक्सी फेयर में बदलाव पर विचार किए जाने के साथ ही उन्होंने बताया किदेश भर के 8500 स्टेशनों पर फ्री वाइफाई लगाए जाएंगे। खाने के डिब्बों पर एमआरपी लिखी जाएगी ताकि अवैध वसूली रोकी जा सके और शिकायतों, रेलकर्मियों की हाजिरी आदि के लिए ऐप लाएंगे।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने आठ साल मुम्बई उपनगरीय ट्रेन में सफर को याद करते हुए कहा कि मुंबई में सेवाओं को दोगुना किया जाएगा। इसकी शुरूआत 100 सेवाओं को 1 अक्टूबर व 1 नवम्बर से हो रही है।
पूर्व रेल मंत्री सुरेश प्रभु द्वारा शुरू किए कार्यों को जारी रखने की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा, मैंने छहजोन, कोच फैक्ट्री व सेफ्टी की समीक्षा की है रेलकर्मी हनुमान की तरह हैं वे किसी भी पहाड़ को हिला सकते हैं।
उन्होंने दस सूत्री सुधार कार्यक्रम का जिक्र करते हुए कहा कि सेफ्टी की दशकों पुरानी समस्या है लेकिन पटरी सुधार, सिग्नल आदि को सुधार रहे हैं। रोलिंग स्टॉक, नई पटरी को प्राथमिकता दी जाएगी वहीं नियमित फील्ड दौरे, मरम्मत ब्लॉक दिए जाएंगे। पांच हजार मानवरहित फाटक बंद करेंगे या वहां रेलकर्मी तैनात करेंगे। स्टेशनों, डिब्बों में सीसीटीवी कैमरे लगेंगे साथ ही सभी डिब्बे एलएचबी बनेंगे। हमारी टीम दुनिया की सर्वेश्रेष्ठ तकनीक देखकर इस्तेमाल करेगी। उन्होंने बताया कि पटरी पर क्रेक जांचने के लिए अल्ट्रासोनिक किरणों से पटरी जांच तकनीक लाएंगे। ईंधन पर खर्च कम करने के लिए विद्युतीकरण किया जाएगा। इसरो के किरण कुमार से बात की है कि रियल टाईम रेल परिचालन की जानकारी व संपत्तियों की मैपिंग के लिए इसरो से सहायता लेंगे। गैंगमैन को कई कठिनाई होती है इसलिए उसे एक किट देंगे जिसमे पानी, खाना भी दिया जाएगा।
श्री गोयल ने माना कि विद्युतीकरण अभी तक धीमा था लेकिन अब गति आएगी। श्री गोयल बिजली उत्पादन के नये सयंत्र नहीं लगाने व रिन्युअल एनर्जी उत्पादन पर जोर दिया। साथ ही कहा कि मढोरा में डीजल इंजन बनेंगे और विद्युत व डीजल इंजन उत्पादन की संभावनाओं पर भी काम किया जाएगा। सुरक्षा पर उन्होंने कहा कि आरपीएफ व टीटीई वर्दी में रहेंगे और इन्हें बेहतर किया जाएगा। आरपीएफ को गृह मंत्रालय के अधीन लाने के फैसले पर वह कहते हैं कियह कैबिनेट तय करेगी।


