Top
Begin typing your search above and press return to search.

रेलवे फ्लाईओवर का काम अटका,बढ़ेगी परेशानी

पिछले तीन वर्षो से निर्माणाधीन खोखसा ओवरब्रीज का काम मंथर गति से चलने से राहगीरो को इस बार भी बरसात में मुश्किलों का सामना करना पडेगा......

रेलवे फ्लाईओवर का काम अटका,बढ़ेगी परेशानी
X

समयावधि बढ़ाए जाने के बाद भी मंथर गति से हो रहा काम

जांजगीर । पिछले तीन वर्षो से निर्माणाधीन खोखसा ओवरब्रीज का काम मंथर गति से चलने से राहगीरो को इस बार भी बरसात में मुश्किलों का सामना करना पडेगा। राहगीर एक ओर जहां जाम से परेशान हैं वहीं दूसरी ओर निर्माण कार्य के दौरान सड़क पर उड़ रही धूल के गुबार से परेशानी का सामना कर रहे है। अब बारिश करीब आते ही निर्माण स्थल के आसपास कीचड़ व गड्डो से जूझना पड़ेगा। पूर्व में ठेकेदार द्वारा निर्माण अवधि खत्म होने के बाद दोबारा समयावधि बढ़ाए जाने के बाद भी समय पर निर्माण पूरा होने की संभावना नहीं दिख रही है। अब तक ब्रिज निर्माण में 15 फीसदी कार्य शेष है, जबकि ठेका अवधि समाप्त होने में माह भर का समय शेष है। ऐसे में यहां से गुजरने वाले राहगीरों की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही है।

जांजगीर-चांपा शहर के बीच खोखसा फाटक पर बन रहे ओवरब्रिज लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। जांजगीर और चांपा के बीच खोखसा फाटक के पास रेलवे द्वारा ओवर ब्रिज का निर्माण कराया जा रहा है। राज्य शासन द्वारा खोखसा ओव्हर ब्रिज निर्माण के लिए 15 करोड़ 81 लाख की लागत से बनाए जाने के लिए विभाग द्वारा 17 जनवरी 2013 को वर्क आर्डर जारी किया गया था। हालांकि ओवरब्रिज निर्माण कार्य जून 2014 से प्रारंभ हुआ पर कार्य मंथर गति से चल रहा है। विभाग द्वारा संबंधित ठेकेदार को 31 मार्च 2016 तक का समय दिया गया था, लेकिन समयाविध पूर्ण होने के बावजूद 50 फीसदी कार्य शेष था। विभाग द्वारा ठेकेदार की सहुलियत के मद्देनजर निर्माण कार्य की समयावधि बढ़ाकर मार्च 2017 कर दिया गया था। वहीं निर्धारित तिथि तक कार्य पूर्ण नहीं हो पाने के चलते दोबारा ठेकेदार की समयावधि विभाग द्वारा बढ़ा कर 30 जून तक कर दी गई, लेकिन समयावधि पूरा होने के में माह भर का समय शेष है, जबकि अब भी 15 फीसदी कार्य शेष है। वहीं दूसरी ओर ठेकेदार की समयावधि बढ़ने से राहगीरों की परेशानी जरूर बढ़ रही है। इसमें भी काम पूर्ण होने की उम्मीद नहीं दिख रहा है। ओवरब्रिज का निर्माण कार्य तो चल रहा है, लेकिन परिवर्तित मार्ग नहीं बनाए जाने से यहां आए दिन जाम लगना आम बात हो गई है। फाटक बंद होने के बाद दोनों ओर गाडयों की लंबी लाइन लग जाती है। चारपहिया, दो पहिया वाहन सहित राहगीर फाटक खुलने का इंतजार करते हैं और फाटक खुलते ही जल्दी निकलने के चक्कर में बड़े वाहन ओवरटेक करने लगते हैं।

इस चक्कर में कई बार गाड़ियां रेलवे लाइन पर ही फंस जाती है। यह समस्या कोई एक दिन की नहीं बल्कि आए दिन फाटक के दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी कतार लग जाती है, जिससे दोपहिया वाहन चालकों को आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। हालांकि जाम की स्थिति सामान्य करने के लिए यातायात विभाग के जवान तैनात तो रहते हैं। इसके बावजूद भी जाम की स्थिति जस की तस बनी रहती है। कई बार तो दुर्घटना की भी संभावना बनी रहती है। निर्माण कार्य में लगे मजदूर की हाल ही कार्य के दौरान ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई, इधर ओवरब्रिज का निर्माण कार्य भी काफी धीमी गति से हो रहा है, जिससे यह समस्या अभी लंबे समय से बनी रहेगी। जिस रफ्तार से रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण कार्य हो रहा है, उससे नहीं लगता कि शीघ्र ही लोगों को इसका लाभ मिल पाएगा।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it