कश्मीर घाटी में सुरक्षा कारणों से रेल सेवाएं तीसरे दिन भी स्थगित
कश्मीर घाटी में सुरक्षा कारणों से आज लगातार तीसरे दिन भी रेल सेवाओं को स्थगित कर दिया गया

श्रीनगर। कश्मीर घाटी में सुरक्षा कारणों से आज लगातार तीसरे दिन भी रेल सेवाओं को स्थगित कर दिया गया। अलगाववादियों ने हिरासत में लिये गये लोगों को घाटी की जेलों से बाहर स्थानांतरित करने और रविवार रात को हुयी मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों के अलावा चार अन्य लोगों के मारे जाने के विरोध में हड़ताल का आह्वान किया है।
अलगाववादियों ने घाटी के लोगों से “शोपियां चलो” का आह्वान किया है। प्रशासन ने रेल सेवाओं को स्थगित करने का यह फैसला शोपियां और पुलवामा में हुयी दो अलग-अलग मुठभेड़ों के मद्देनजर एहतियात के तौर पर लिया है।
इसके अलावा सुरक्षाबलों ने सोमवार को पुलवामा में सुंजवां सैन्य शिविर सहित चार आत्मघाती हमलों में शामिल जैश-ए-मोहम्मद के स्वयंभू प्रमुख कमांडर मुफ्ती वकास को मुठभेड़ में मार गिराया था।
इसी बीच, श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग को यातायात के लिये एक ओर से खोल दिया गया है। रेलवे के एक अधिकारी ने यूनीवार्ता को बताया कि कश्मीर घाटी में सभी रेल सेवाओं को आज लगातार तीसरे दिन भी स्थगित कर दिया गया है।
रेलवे के अधिकारी ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के श्रीनगर-अनंतनाग-काजीगुंड से जम्मू क्षेत्र के बनिहाल के बीच ट्रेनें नहीं चलेंगी। इसी प्रकार मध्य कश्मीर के श्रीनगर-बडगाम से उत्तरी कश्मीर के बारामूला के बीच ट्रेनों के परिचालन को रोक दिया गया है।
उन्होंने बताया कि पुलिस की ओर से कल देर रात मिले निर्देश के बाद रेल सेवाओं को स्थगित किया गया। उन्होंने कहा, “हम लोग पुलिस के सुझाव पर कार्रवाई कर रहे हैं।
यह फैसला यात्रियों तथा रेलवे की सम्पत्ति के हित में लिया गया है। ”
गौरतलब है कि घाटी में पिछले एक वर्ष के दौरान हुये विरोध प्रदर्शनों के कारण रेलवे की करोड़ों रुपये की सम्पत्ति को काफी नुकसान पहुंचा है।


