गरीबों की आवास योजना में कोई कांटा मारने की न करे कोशिश : रमन
रायगढ़ ! मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज दोपहर जिला मुख्यालय रायगढ़ में पूर्व सांसद स्वर्गीय लखीराम अग्रवाल की 85वीं जयंती के अवसर पर आयोजित विशाल स्वास्थ्य शिविर में शामिल हुए।

रायगढ़ ! मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज दोपहर जिला मुख्यालय रायगढ़ में पूर्व सांसद स्वर्गीय लखीराम अग्रवाल की 85वीं जयंती के अवसर पर आयोजित विशाल स्वास्थ्य शिविर में शामिल हुए।
डॉ. सिंह ने इस मौके पर मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में 134 जोड़ों को आशीर्वाद प्रदान किया। उन्होंने मिनी स्टेडियम में हुए इस कार्यक्रम में 66 करोड़ 62 लाख रूपए के 101 निर्माण कार्यों का भूमिपूजन, शिलान्यास और लोकार्पण भी किया। उन्होंने रायगढ़ शहर के कोतरा रोड में रेल्वे ओव्हर ब्रिज निर्माण की स्वीकृति प्रदान करने की घोषणा की और शहर में सार्वजनिक मंगल भवन निर्माण के लिए दो करोड़ रूपए मंजूर करने का भी ऐलान किया। मुख्यमंत्री ने कहा- सरकार ने सभी वर्गों के लिए योजनाएं बनायी हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन का उल्लेख करते हुए रायगढ़ जिले की जनता से सम्पूर्ण जिले को दिसम्बर 2017 तक खुले में शौचमुक्त (ओडीएफ) जिला बनाने का भी आव्हान किया।
डॉ. सिंह ने आयोजन में प्रधानमंत्री (ग्रामीण) आवास योजना के तहत जिले के दस हजार परिवारों को मकान स्वीकृति पत्रों का भी वितरण किया। डॉ. सिंह ने कहा कि लगभग 148 करोड़ रूपए इन मकानों के निर्माण में खर्च होंगे। हितग्राहियों को राशि का भुगतान ऑनलाइन किया जाएगा। उन्होंने प्रशासन को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि योजना में किसी भी प्रकार गड़बड़ी न हो। मुख्यमंत्री ने कहा- चयनित परिवारों को शत-प्रतिशत राशि ऑनलाइन दी जाएगी। डॉ. सिंह ने संभावित गड़बड़ी की फिराक में लगे व्यक्तियों को चेतावनी देते हुए कहा कि यह प्रधानमंत्री की योजना है। गरीबों के लिए शुरू की गयी इस योजना में कोई भी कांटा मारने का प्रयास न करें। ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री (ग्रामीण) आवास योजना के तहत छत्तीसगढ़ में इस वर्ष दो लाख परिवारों को मकान स्वीकृत किए जाएंगे। डॉ. सिंह ने लोक सुराज अभियान फिर शुरू करने का संकेत देते हुए कहा कि जितना जितना ज्यादा तापमान बढ़ेगा, उतनी ही मेरी यात्राएं होंगी। अधिकारी-कर्मचारी, जनप्रतिनिधि सबको चलना है।
मुख्य अतिथि की आसंदी से विशाल स्वास्थ्य शिविर में जनता को सम्बोधित करते हुए डॉ. रमन सिंह ने कहा- केवल सडक़ और पुल-पुलिया निर्माण ही नहीं, बल्कि स्वस्थ पीढिय़ों का निर्माण और जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं दिलाना भी सरकार की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा- मुझे सबसे ज्यादा तसल्ली ऐसे स्वास्थ्य शिविरों में होती है, जहां गरीबों को जटिल से जटिल बीमारियों के इलाज के लिए मदद मिलती है। डॉ. सिंह ने जिला स्तर के इस शिविर में 13 हजार से ज्यादा मरीजों को चिन्हांकित किए जाने और उनके लिए इलाज की समुचित व्यवस्था किए जाने पर खुशी जताई।
डॉ. सिंह ने कहा कि राज्य सरकार की मंशा है कि छत्तीसगढ़ के प्रत्येक परिवार को वक्त जरूरत पर इलाज की अच्छी सुविधाएं मिले। लगभग आठ साल पहले जब मुझे यह मालूम हुआ कि हजारों बच्चे दिल में छेद होने की वजह से बीमार हैं और परिवारों की गरीबी के कारण उनका इलाज नहीं हो पा रहा है, उसी दिन हमने तय किया कि ऐसे बच्चों का इलाज सरकार करवाएगी और मुख्यमंत्री बाल हृदय सुरक्षा योजना की शुरूआत की गयी। डॉ. सिंह ने कहा कि करोड़ों रूपए के पुल का उद्घाटन करने पर जितनी खुशी होती है, उससे कहीं ज्यादा खुशी मुझे उन बच्चों और उनके माता-पिता की आंखों में चमक देखकर होती है, जिन्हें इस योजना का लाभ मिला। डॉ. सिंह ने कहा- ऐसी योजनाएं सुकून देने वाली होती हैं। इनका वोट की राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। डॉ. सिंह ने कहा कि रायगढ़ के इस विशाल स्वास्थ्य शिविर में जितने भी मरीजों के स्क्रीनिंग की गयी है, उनके इलाज का पूरा इंतजाम किया जाएगा, चाहे रायगढ़ या रायपुर में ऑपरेशन करवाना हो या दिल्ली, जहां भी जरूरत होगी वहां उनका पूरा इलाज सरकार करवाएगी।
डॉ. रमन सिंह ने कहा राज्य सरकार स्वास्थ्य बीमा योजना में स्मार्ट कार्ड की राशि तीस हजार रूपए से बढ़ाकर पचास हजार रूपए करने जा रही है। उन्होंने कहा- जिन लोगों ने स्मार्ट कार्ड नहीं बनवाया है, वे जल्द बनवा लें। डॉ. सिंह ने ड्रायवरों की आंखों की जांच की जरूरत पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि अधिकांश ड्रायवरों को मालूम ही नहीं रहता की उन्हें चश्में की जरूरत है। कई वाहन चालक मधुमेह, हृदय रोग आदि से पीडि़त रहते हैं, लेकिन अपने काम-काज में व्यस्त रहने के कारण उन्हें इसका पता नहीं चल पाता। वाहन चालकों का भी फिटनेस टेस्ट नियिमत रूप से होते रहना चाहिए। डॉ. सिंह ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना को भी एक अत्यंत महत्वपूर्ण योजना बताया और कहा कि इस योजना में गरीब परिवारों की बेटियों के हाथ पीले होने पर उनके माता-पिता और परिवारो के चेहरे पर जो खुशी देखी जाती है, एक पिता होने के नाते मैं सोचता हूं कि इस बेहतर कार्य और कुछ नहीं हो सकता।
मुख्यमंत्री ने प्रसन्नता प्रकट करते हुए कहा कि रायगढ़ जिले में पिछले कुछ वर्षों में विकास के अनेक कार्य हुए हैं। जिले में लगभग दो हजार से तीन हजार करोड़ रूपए की लागत से सडक़ों का जाल बिछाने का काम तेजी से हो रहा है। हम सबके प्रिय नेता स्वर्गीय लखीराम अग्र्रवाल की स्मृति में यहां स्थापित मेडिकल कॉलेज जिले की विकास यात्रा में मील का पत्थर साबित हुआ है। स्वर्गीय श्री अग्रवाल ने संयुक्त मध्यप्रदेश के समय राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने राज्य निर्माण के लिए भी दिल्ली में आवाज उठाई।
मुख्यमंत्री ने कहा- अगले डेढ़ साल के भीतर रायगढ़ जिले के शत-प्रतिशत गांवों, मजरों-टोलों में बिजली पहुंचा दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने सौर सुजला योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि इस योजना में किसानों को काफी कम कीमत पर सोलर सिंचाई पम्प दिए जा रहे हैं। डॉ. सिंह ने कहा- गरीबों के जीवन में बदलाव लाने, उनका जीवन स्तर ऊंचा उठाने के लिए छत्तीसगढ़ में कई योजनाओं का जन्म हुआ है। गरीबों के लिए एक रूपए किलो चावल की हमारी योजना आज पूरे देश के लिए मॉडल बन गयी है। डॉ. सिंह ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का उल्लेख करते हुए कहा- प्रधानमंत्री श्री मोदी ने देश के पांच करोड़ गरीब परिवारों की महिलाओं को रसोई घरों में धुंए से होने वाली परेशानी को देखते हुए उन्हें गैस कनेक्शन देने के लिए इस योजना की शुरूआत की है। छत्तीसगढ़ में योजना के तहत 35 लाख परिवारों को नि:शुल्क रसोई गैस कनेक्शन दिए जा रहे हैं। विशाल स्वास्थ्य शिविर के आयोजन के लिए मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों, समाज सेवी संगठनों और जिला प्रशासन के सभी अधिकारियों तथा कर्मचारियों के योगदान की प्रशंसा की। कार्यक्रम में केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री और रायगढ़ के लोकसभा सांसद विष्णुदेव सांय, छत्तीसगढ़ के गृह, जेल और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री रामसेवक पैकरा, नगरीय प्रशासन और उद्योग मंत्री अमर अग्रवाल, संसदीय सचिव श्रीमती सुनीति राठिया, रायगढ के विधायक रोशन लाल अग्रवाल, सारंगढ़ की विधायक श्रीमती केराबाई मनहर और जिले के विभिन्न क्षेत्रों के अनेक वरिष्ठ जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे।


