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जरुरतमंदों के लिए ‘नेकी की दीवार’

रायगढ़ ।मार्निग वाकर्स सोसायटी ने जरूरतमंदों की सेवा करने के लिए एक अनोखी पहल करते हुए शहर के सुभाष चौक में नेकी की ऐसी दीवार बनाई गई है

जरुरतमंदों के लिए ‘नेकी की दीवार’
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संजय बोहिदार

अभावों में जीने वालों का भी होता है स्वाभिमान
यहां देने वाला का हाथ नजर आता है न लेने वाले का

रायगढ़ ।मार्निग वाकर्स सोसायटी ने जरूरतमंदों की सेवा करने के लिए एक अनोखी पहल करते हुए शहर के सुभाष चौक में नेकी की ऐसी दीवार बनाई गई है जिसमें, न तो दान देने वाले का हाथ नजर आये और न ही लेने वाले का । इस अभिनव पहल का गरीब तबके के लोगों को लाभ भी मिलने लगा है। सोसायटी के इस सराहनीय प्रयास की प्रशंसा हो रही है।
यूं तो समाजसेवा को लेकर अलग-अलग पहल देखने को मिलती है कि कोई गर्मी आते ही ठण्डे पानी की व्यवस्था चौक-चौराहों पर करता है तो कोई रेलवे स्टेशन से लेकर धर्म शालाओं में ठण्डे पानी की मशीन लगवाता है। ठण्ड के समय जरूरमंदों को कंबल के साथ-साथ गर्म कपडे बांटकर उनकी जरूरतों को पूरा करते है, लेकिन रायगढ़ के सुभाष चौक में मार्निग वार्कस सोसायटी याने एमडब्ल्यूएस ने विदेशों की तर्ज पर एक नई शुरूआत की जहां जरूरतमंद गरीब खुद पहुंचकर अपनी पसंद का गर्म कपडा व सामान ले सके और उसके आत्म सम्मान को भी ठेस न पहुंचे। इसके लिये मानवता की नई मिसाल पेश करते हुए नेकी की दीवार बना दी है। जिसमें खूंटियां में लगाकर शहर की जनता को ऐसा संदेश दिया है कि वे घरों में रखे कपडे या अन्य कोई सामान लाकर यहां रख दे ताकि जरूरतमंद खुद आये और वह सामान ले जाये। इस नेकी की दीवार की शुरूआत कुछ दिनों पहले हुई और देखते ही देखते सुभाष चौक में महिलाओं से लेकर युवाओं और युवाओं से लेकर बुजुर्गो में गजब का उत्साह देखने को मिला। लोग अपने घरों से कपडे, गर्म कपडे के साथ-साथ अन्य पुराना सामान निकालकर यहां टांगते नजर आये।
नेकी की दीवार की इस पहल से जुड़े लोग इस बात को मानते है कि उन्होंने तो केवल एक सोच के जरिये यह शुरूआत की थी जिसके पीछे यह उद्देश्य है कि शहर की जनता जागरूक होकर स्वयं नेकी के काम में हाथ बंटाये।
इस परंपरा की शुरूआत भी अजीबो गरीब ढंग से हुई नेकी की दीवार लगने के पहले मार्निग वार्कस सोसायटी के सदस्य देर रात 8 बजे मीटिंग लेते है और सुबह 8 बजे एकजुट होकर सुभाष चौक में एकट्ठा होकर स्वयं हथौड़ी व किल लेकर पहले बोर्ड लगाते है और उसके बाद वहां चलते लोग नेकी की इस दीवार को देखकर एक दूसरे को संदेश देते नजर आये और देखते ही देखते यह नेकी की दीवार कपड़ों से भर गई है। इस पहल में मार्निग वार्कस सोसायटी के सुनील लेन्ध्रा, राजेश अग्रवाल, पिंट, राजेश खेमका, दीपक डोरा सहित दर्जन भर सदस्य पूरी तत्परता से लगे है। यह नेकी की दीवार हमेशा इस चौक पर रहेगी ऐसा इन सदस्यों का कहना है। चूंकि पुराने पकड़ों के अलावा कोई भी पुराना सामान जो उनके घरों में अनुपयोगी हो दूसरे का काम आ सकता है।


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