कुत्तों के काटने से कोटरी की मौत ,पानी की तलाश में भटक गया था जंगल से
रायगढ़ ! वन परिक्षेत्र रायगढ़ के अधिकारी जंगल में लगी आग को बुझा नहीं पा रहे थे और दावानाल की घटना उनके लिए सिरदर्द का सबब बनी हुई थी,

रायगढ़ ! वन परिक्षेत्र रायगढ़ के अधिकारी जंगल में लगी आग को बुझा नहीं पा रहे थे और दावानाल की घटना उनके लिए सिरदर्द का सबब बनी हुई थी, कि आज एक कोटरी की मौत ने विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही की पूरी तरह से पोल खोल कर रख दी है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार आज सुबह पानी के लिए जंगल से भटकी कोटरी को कुत्तों ने दौड़ा-दौड़ा कर उस पर हमला कर दिया। इससे उसकी मौत हो गई। घटना के बाद कोटरी के शव का पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार करने की प्रक्रिया पूरी कर दी गई है। बताया जा रहा है कि आज सुबह करीब छह बजे रायगढ़ वन परिक्षेत्र के खैरपुर के जंगल से एक कोटरी पानी की तालाश में भटकते हुए गांव के करीब पहुंच गया। ऐसे में कुत्तों के झुण्ड ने उसे देखा और उसे दौड़ाना शुरू कर दिया। काफी देर तक दौड़ाने के बाद कोटरी थक गई। तब कुत्तों के झुण्ड ने उस पर हमला कर दिया। इससे कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई। घटना के बाद मामले की जानकारी सेव फारेस्ट समिति के अध्यक्ष को लगी। तब वे मौके पर पहुंचे और मामले की सूचना वन अमला को दी गई। तब वनकर्मी भी मौके पर पहुंचे और कोटरी के शव को उठाकर बेलादुल डिपो लाया गया। इसके बाद एसडीओ व रेंजर की मौजूदगी में कोटरी के शव का पोस्टमार्टम कराकर उसका अंतिम संस्कार किया कर दिया गया। वहीं इस मामले में वन विभाग रायगढ़ के एसडीओ का कहना है कि कुत्तों के हमले के कारण कोटरी की मौत हुई है। उसका पोस्टमार्टम कराकर अंतिम संस्कार कर दिया गया है। जंगल में पानी की समस्या को दूर किया जाएगा। ताकि वन्यप्राणी जंगल से ना भटके। वहीं जिला सेव फारेस्ट समिति के अध्यक्ष गोपाल अग्रवाल का कहना है कि रायगढ़ वन मंडल में लगातार वन्यप्राणियों की मौत हो रही है। खैरपुर में यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कोटरी की यहां मौत हो चुकी है। इसके बाद भी लापरवाह बरतने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।


