राहुल शर्मा का आउट होना भारत के लिए सबसे बड़ा झटका था : इरफान पठान
भारत के बाएं हाथ के पूर्व तेज गेंदबाज इरफान पठान का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व कप फाइनल में विकेटकीपर-बल्लेबाज केएल राहुल के आउट होने का मतलब था कि मेजबान टीम आगे नहीं बढ़ पाएगी।

नई दिल्ली । भारत के बाएं हाथ के पूर्व तेज गेंदबाज इरफान पठान का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व कप फाइनल में विकेटकीपर-बल्लेबाज केएल राहुल के आउट होने का मतलब था कि मेजबान टीम आगे नहीं बढ़ पाएगी।
अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में 92,453 की भीड़ के सामने राहुल ने सर्वाधिक 66 रन बनाए। लेकिन, उन्होंने 107 गेंदें खेलीं और केवल एक बार बाउंड्री लगाने में सफल रहे क्योंकि ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों ने उन पर और विराट कोहली पर कड़ी पकड़ बनाए रखी।
इसका नतीजा रहा कि यह जोड़ी कभी भी गति नहीं पकड़ पाई और भारत ने मात्र 240 रन बनाए। जिसे ऑस्ट्रेलिया ने ट्रैविस हेड के 137 और मार्नस लाबुशेन के नाबाद 58 रनों की बदौलत 43 ओवर में हासिल कर लिया। इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने अपना छठा विश्व कप खिताब जीता।
इरफान पठान ने कहा, "यह कठिन था क्योंकि भारतीय टीम पीछे की ओर देख रही थी। वो जडेजा और सूर्यकुमार यादव से अंतिम ओवरों में उम्मीद लगा रही थी। जब केएल राहुल आउट हुए तो मुझे लगता है कि यही वह समय था जब भारत स्कोर में ज्यादा आगे नहीं बढ़ सकता था।
पठान ने स्टार स्पोर्ट्स से कहा, "जब उन्हें पता चला कि कोई कवर नहीं है, कोई मिड-ऑफ नहीं है। वे अपने पैरों का थोड़ा और इस्तेमाल कर सकते थे और स्ट्राइक रोटेट करने की कोशिश कर सकते थे। उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को मौका दिया। यहां तक कि ट्रेविस हेड और मार्श ने भी गेंदबाजी की और भारतीय बल्लेबाजों पर दबाव बनाया।"
ऑस्ट्रेलिया ने ऐसी पिच और स्थान पर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था जहां शाम को ओस आएगी, जिससे लक्ष्य का पीछा करना आसान हो जाएगा। उनके पास बेहतरीन फील्डर हैं जिन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। कमिंस भारतीय बल्लेबाजों को नियंत्रण में रखने के लिए कई विविधताएं ला रहे थे, जिससे पठान को विश्वास हो गया कि उनकी अच्छी तरह से बनाई गई योजनाओं के कारण ऑस्ट्रेलिया मैच में हमेशा आगे रहा।
पठान ने कहा, "मुझे लगता है कि भारत एक बेहतर योजनाबद्ध खेल में हार गया। ऑस्ट्रेलिया एक बेहतर योजनाबद्ध टीम थी। टॉस से लेकर जिस तरह से उन्होंने योजना बनाई, मुझे नहीं लगता कि कोई अन्य टीम उस तरह की योजना के करीब पहुंच सकती है।"


