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राहुल अकाल तख्त के सामने मांगे माफी

भाजपा ने शुक्रवार को कहा कि 1984 के सिख विरोधी दंगे में कांग्रेस की पहचान हो चुकी है

राहुल अकाल तख्त के सामने मांगे माफी
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नई दिल्ली। भाजपा ने शुक्रवार को कहा कि 1984 के सिख विरोधी दंगे में कांग्रेस की पहचान हो चुकी है। इसके साथ ही भाजपा ने बर्लिन में संबोधन के दौरान गुरु नानक देव का नाम लेने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की निंदा की। भाजपा ने यह मांग भी की कि गांधी को सिखों के खिलाफ अपराध के लिए माफी मांगनी चाहिए।

भाजपा के सचिव सरदार आर.पी. सिंह ने कहा, "राहुलजी सिर्फ वोटबैंक की राजनीति के लिए गुरु नानक देवजी का नाम ले रहे हैं। उनके लिए सिख सिर्फ वोटबैंक हैं। राहुल को जघन्य अपराध के लिए अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में अकाल तख्त के सामने माफी मांगनी चाहिए।"

आर.पी. सिंह बर्लिन में भारतीय प्रवासियों को संबोधित करने के दौरान कांग्रेस नेता की तरफ से की गई टिप्पणी का जिक्र कर रहे थे, जिसमें राहुल ने कहा था कि भाजपा और आरएसएस समाज को बांटकर और घृणा फैलाकर देश को कमजोर कर रहे हैं।

सिंह ने कहा कि गांधी की सोच वास्तव में 'फूट डालो और राज करो' वाली कांग्रेस की संस्कृति के अनुरूप है।

उन्होंने कहा, "हमें लगता है कि उनकी सोच गुरु नानक देवजी की सोच से मेल नहीं खाती, बल्कि उनकी सोच कांग्रेस की विचारधारा से मेल खाती है। उस संस्कृति से, जिसने देश को बांटा और सिर्फ देश पर शासन करने की कोशिश की।"

भाजपा नेता ने यह भी कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष जरूरत पड़ने पर सिखों को मित्र कहते हैं। उन्होंने कहा, "वोट लेने के लिए आप मित्रता करते हैं, लेकिन जब सिखों के लिए न्याय मांगा जाता है तब आप मित्रता नहीं दिखा सकते।"

उन्होंने कहा, "आप और आपकी पार्टी ने हमेशा सज्जन (कुमार), (एचकेएल) भगत, (जगदीश) टाइटलर, कमल नाथ जैसे लोगों को बढ़ावा दिया है।"

उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में 1984 में लगभग 3,000 सिख मारे गए थे। उन्होंने कहा, "उस समय के गृहमंत्री ने कहा था कि मात्र 600 लोगों की मौत हुई, लेकिन वास्तविक सूची संसद में अटल बिहारी वाजपेयी जी ने दी थी कि नरसंहार में 3,000 लोग मारे गए थे। उसके बाद सरकार को दिल्ली में लगभग 2,700 मौतों की बात स्वीकार करनी पड़ी थी।"


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