मध्यप्रदेश विधानसभा में प्याज खरीदी पर उठा सवाल
मध्यप्रदेश विधानसभा में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के प्याज खरीदी में भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच सहकारिता राज्यमंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि इस बार सिर्फ पांच फीसदी प्याज नष्ट करने की स्थिति में है

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में आज मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के प्याज खरीदी में भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच सहकारिता राज्यमंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि इस बार सिर्फ पांच फीसदी प्याज नष्ट करने की स्थिति में है, शेष सभी का वितरण और परिवहन कर दिया गया है।
प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक शैलेंद्र पटेल ने सरकार से इस साल प्याज खरीदी, इसकी दर, इसमें विलंब के कारण और पिछले साल की खरीदी के बारे में जानकारी चाही।
उन्होंने लिखित जवाब का हवाला देते हुए आंकड़े प्रस्तुत किए और सरकार से पूछा कि पिछले साल खरीदा गया सात लाख 62 हजार क्विंटल प्याज कहां गया।
मंत्री श्री सारंग ने अपने जवाब में कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चार जून को फैसला किया था, जिसके बाद पांच जून से खरीदी शुरु कर दी गई।
उन्होंने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि इस बार मात्र पांच फीसदी प्याज नष्ट करने की स्थिति में है, शेष का वितरण और परिवहन कर दिया गया है।
उनके जवाब से असंतुष्ट विधायक श्री पटेल ने अनुपूरक प्रश्न में कहा कि जब बाजार में प्याज मई में आ जाता है, तो उसकी खरीदी जून में क्यों शुरु की गई।
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने भी सरकार पर प्याज खरीदी में देरी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ये काम जल्दी किया जाना चाहिए था।
उन्होंने सरकार पर जनता के पैसे का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया।
इस पर मंत्री श्री सारंग ने कहा कि उद्यानिकी विभाग की समयसारणी के मुताबिक प्याज मई-जून में आता है और सरकार ने समय पर खरीदी की है।
इस पर भी विधायक पिछले साल प्याज खरीदी में भ्रष्टाचार के आरोपों पर अड़े रहे और उन्होंने मंत्री से पूछा कि पिछले साल का प्याज कहां गया।
इस पर मंत्री श्री सारंग ने स्वीकारा कि उस प्याज को खराब होने के चलते नष्ट कर दिया गया।
जवाब के बाद प्रश्नकर्ता विधायक ने प्याज सड़ने के लिए जिम्मेदार लाेगों पर कार्रवाई के बारे में जानकारी चाही, लेकिन शोर-शराबे के बीच उनकी बात सुनी नहीं गई।
राजस्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने दावा किया कि सरकार को इस बात का अंदेशा था कि पर्याप्त जगह नहीं होने के चलते इतनी बड़ी मात्रा में खरीदी गई प्याज खराब हो सकती है, लेकिन किसानों को नुकसान से बचाने के लिए प्याज खरीदी गई।
मंत्री श्री सारंग ने भी उनकी बात का समर्थन किया।
मुद्दे पर कांग्रेस विधायकों के हंगामे के बीच ही अध्यक्ष डॉ सीतासरन शर्मा ने सदन की कार्यवाही आगे बढ़ा दी।


